कृषि, सहकारिता, पशुपालन और मत्स्य विभाग के पदाधिकारियों ने किसानों की शंकाओं का किया समाधान, योजनाओं की दी जानकारी
किसानों के लिए है टोल फ्री नंबर:1800-123-1136
गढ़वा : गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र में बुधवार को आयोजित "कॉफी विद एसडीएम" कार्यक्रम में विभिन्न गांवों से आए 40 किसानों ने अपनी समस्याओं और शिकायतों को अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार और संबंधित विभागीय अधिकारियों के सामने रखा। कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जहां किसानों ने कृषि, सहकारिता, पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़ी शंकाओं को खुलकर व्यक्त किया। अधिकारियों ने सभी प्रश्नों का समाधान करने और सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तार से देने का प्रयास किया।
जिला कृषि पदाधिकारी शिव शंकर प्रसाद और सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी ने बीज वितरण और धान अधिप्राप्ति से संबंधित जानकारी दी।
बताया गया कि लैम्प्स, पैक्स और एफपीओ के माध्यम से किसानों को 50% सब्सिडी पर बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए ब्लॉक चैन ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। धान अधिप्राप्ति के लिए जिले में 52 केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें 47 पैक्स और 5 एफपीओ केंद्र शामिल हैं। धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये तय किया गया है, साथ ही 100 रुपये का बोनस भी दिया जा रहा है।
धान विक्रय के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया गया कि किसान अपना पंजीकरण जिला आपूर्ति कार्यालय, अंचल कार्यालय या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से करवा सकते हैं। उपस्थित किसानों को ऑफलाइन आवेदन प्रपत्र भी उपलब्ध कराए गए।
सहकारी योजनाओं के तहत रोटावेटर, पाइप और स्प्रिंकलर जैसी सुविधाओं पर 50% से 90% तक सब्सिडी की जानकारी दी गई।
सिंचाई के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना और मिट्टी परीक्षण के लिए स्वाइल हेल्थ कार्ड योजना के बारे में भी किसानों को अवगत कराया गया।
छतरपुर के कृषक हरि प्रसाद मेहता ने नीलगायों से होने वाले नुकसान का मुद्दा उठाया, जिस पर पशुपालन विभाग ने समाधान के लिए घरेलू नुस्खे बताए। इसके अलावा बिरसा फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 बताई गई, जिसके तहत गेहूं, सरसों, आलू और राई फसल का बीमा किया जा सकता है।
दुबे मरहटिया के किसान मुरली श्याम ने पीएम कुसुम योजना के तहत मिले पंप से अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। एसडीएम ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपने अनुभव अन्य किसानों के साथ साझा करें।
कार्यक्रम के अंत में एसडीएम संजय कुमार ने किसानों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनसे संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने किसानों को कृषि निदेशालय के टोल फ्री नंबर 1800-123-1136 का भी उपयोग करने की सलाह दी।
इस अवसर पर राजेंद्र उपाध्याय, मेदनी सिंह, राजनाथ मेहता, मुरली श्याम, हरि प्रसाद मेहता, समेत कई किसान उपस्थित थे। किसान कुंडी, बोदरा, चिरौंजिया, दुबे मरहटिया, वीरबंधा, और अन्य ग्रामों से आए थे।