बंशीधर नगर : बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ताहिर अंसारी ने धुरकी प्रखण्ड के आदिवासी बाहुल्य गांव भूमफोर में विगत 28 अगस्त को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आदिवासियों के साथ की गई मारपीट की कड़ी निंदा किया है। उन्होंने जिला प्रशासन व वन विभाग के उच्चाधिकारियों से मामले की जांच कर तथा महिला की पिटाई करने वाले वन कर्मियों की पहचान कर कार्रवाई करने की मांग किया है।उन्होंने कहा कि शीघ्र ही वे इस मामले को लेकर स्वच्छता पेयजल विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मिलकर उन्हें घटना से अवगत कराएंगे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि छतीसगढ़ व उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित भूमफोर गांव आदिवासी बाहुल्य गांव है।
यहां के लोग जंगल पर आश्रित है। कुछ लोग विगत 50-60 वर्षों से वनभूमि पर जोत कोड़ करते आ रहे है। वन विभाग ने कभी उन आदिवासी परिवारों के साथ कुछ नही किया।लेकिन अगस्त महीने में लगभग 52 आदिवासी परिवारों से वन विभाग के कर्मियों ने सात -सात हजार रुपये की मांग किया। आदिवासियों द्वारा उन्हें दो दो हजार रुपये दिए गए। शेष राशि नही दिए जाने पर विगत 28 अगस्त को रेंजर ने वन विभाग के कर्मियों को भूमफोर भेजा तथा आदिवासियों को पिटवाया। उन्होंने बताया कि कर्मियों ने महिलाओं को भी नही बख्शा। भरोसा गोड़ की पत्नी चनर मनी देवी सहित अन्य महिलाओं को पीटा गया।
आदिवासी परिवार की महिलाओं द्वारा धुरकी थाना में इस घटना से सम्बंधित आवेदन दिया गया लेकिन धुरकी थाना ने उन्हें नगर उंटारी महिला थाना में आवेदन देने को कहा।
महिला थाना में आवेदन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई बल्कि रेंजर द्वारा फोरेस्टर से आदिवासी परिवारों पर प्राथमिकी दर्ज करा दिया गया जिसमें आठ महिलाये भी शामिल है। इसी तरह रमना प्रखण्ड के बरही या ग्राम में आदिवासियों से वन भूमि का पट्टा दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की उगाही किया गया। जंगल व बालू बचाने के नाम पर वन विभाग द्वारा गरीबो को लूटा जा रहा है। उन्हें सताया जा रहा है।