भवनाथपुर :
घायल
नीव कावेरी रेस्टोरेंट के समीप शनिवार को दो बाईक के आमने सामने के टकराव में मां बेटी हुए घायल दोनो को भवनाथपुर समुदाइक स्वास्थकेंद्र में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद गढ़वा रेफर कर दिया गया ।घटना के बारे में महिला के देवर मुख्तार अंसारी पिता सोहराब अंसारी यूपी देवाटन निवासी ने बताया की शनिवार को अपने भाभी अफसाना बीबी पति इमरान अंसारी को लेकर उनके मैके गढ़वा बाईक से जा रहा था की नीव कावेरी रेस्टोरेंट के समीप आगे जा रहा बाईक अचानक मोड़ दिया जिसके टकराव से अफसाना बीबी और उसकी एक वर्षीय दूध मुही बेटी घायल हो गई ।

सी एस अनिल कुमार सिंह ने शनिवार को भवनाथपुर समुदायइक स्वास्थकेंद्र में लगे डिजिटल बंद एक्सरे मसिन की खबर छपने की सूचना पर जानकारी प्राप्त किया इसके पूर्व सी एस ने खारोंधी में भी भ्रमण कर चल रहे एम डी एम अभियान की निरीक्षण किया और चल रहे अभियान के प्रति संतोष जनक बताया ।
तत्पश्चात समुदायइक भवन निर्माण का भी निरीक्षण के बाद बताया की जैसी की सूचना मिली थी के भवनाथपुर सी एच सी में लगे एक्सरे मसीन एक सप्ताह से बंद है ।इसकी जानकारी प्राप्त करने पर पता चला है की मशीन स्प्लायर के द्वारा पार्टी का पेमेंट नहीं मिलने के कारण लॉक कर दिया गया है ।संबंधित लोगों से जानकारी प्राप्त करते हुए अविलंब मशीन को चालू कराया जायेगा ।सी एस ने प्रभारी चिकित्सक रंजन दास को चल रहे अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार क्षेत्र भ्रमण करने की आदेश दिया ।ताकि कोई भी लोग इस अभियान में दावा खाने से वंचित न रह पाएं ।इस मौके पर गढ़वा लेखापाल संजय कुमार , चिकित्सक निशंक निशर्म ,अभिनीत विश्वास ,कर्मी सुनील पटेल ,दिलीप कुमार श्याम रजक सहित लोग सामिल थे ।
जननायक कर्पूरी ठाकुर लोक चेतना मंच के द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर का पुण्यतिथि मनाया गया

भवनाथपुर।चेतना मंच की ओर से शनिवार को कर्पूरी चौक पर भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के 36 वीं पुण्यतिथि मनाई गई।इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य रंजनी शर्मा, मुकुंदपुर पंचायत के मुखिया मूंगा साव, चेतना मंच के अध्यक्ष सोनू ठाकुर, सचिव नीतीश कुमार, राष्ट्रीय नाई महासभा के प्रखंड अध्यक्ष भिरगुन ठाकुर, अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन ठाकुर, ने सयुक्त रूप से उनके मूर्ति पर माल्यार्पण किया।इस मौके पर जिला परिषद सदस्य रजनी शर्माने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बड़े ही सरल एवं मधुर व्यक्तित्व के धनी थे कहां की कर्पूरी ठाकुर बिहार ही नहीं समस्त भारत के एक महान समाज सुधारक थे वह बिहार के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, वह सभी समाज के लोगों को जोड कर चलने का काम करते थे।
मुकुंदपुर पंचायत के मुखिया मूंगा साव ने कहा कि भारत रत्न जयनायक कर्पूरी ठाकुर जैसा संत भारत में कोई नहीं हुआ, जननायक कर्पूरी ठाकुर सादगी ईमानदारी के प्रति मूर्ति थे। दो दो बार बिहार मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने सादगी नहीं त्यागी।
इस मौके पर सुनीता देवी,राजमोहन यादव, अनिल गुप्ता, बुधन ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर,धनंजय ठाकुर, मोहन साव, वेद प्रकाश आर्य,अनूप गुप्ता, ब्रह्मदेव चंद्रवंशी,भरत ठाकुर,राजेश्वर साह, रवि गुप्ता, बजरंगी साह, सुनेश्वर बैठा, अरुण गुप्ता, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
मांग
भवनाथपुर निवासी सेल के सेवानिवृत्त कर्मी सह भाजपा नेता गुप्तेश्वर प्रसाद ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर भवनाथपुर सेल को चालू कराने की मांग की है।
पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है, कि हमारे झारखण्ड राज्य के पलामू प्रमंडल अंतर्गत गढ़वा जिला मुख्यालय से 60 किमी दूरी पर अवस्थित भवनाथपुर में बीते 40 वर्ष पूर्व भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) के बोकारो स्टील प्लांट द्वारा एशिया का सबसे बड़ा क्रशर प्लांट स्थापित किया गया था, जो बिगत 1991 से ही बंद पड़ा है। जबकि भूतत्व विभाग के अनुसार भवनाथपुर में एक सौ वर्षों तक उत्खनन योग्य चूना पत्थर व डोलोमाइट का पर्याप्त भंडार है। सेल प्रबंधन द्वारा यहाँ लगभग पांच एकड भूमि अधिग्रहण के साथ ही यहाँ कर्मियो के लिए 1200 आवास, अस्पताल, पानी, बिजली, डैम, रेल लाईन, बैंक व पोस्ट ऑफिस सहित सभी मुलभुत औद्योगिक संरचना मौजूद है, जो वर्षों से बेकार पड़ा है।
साथ ही इस उद्योग समूह से प्रमंडल के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हजारो लोग जुड़े हुए थे। सन् 2000 में झारखण्ड राज्य की स्थापना के बाद भी राज्य सरकार पलामू लोस क्षेत्र के इस इकलौते उद्योग समूह को बचाने के प्रति आज तक सजग नही है। जिक्र किया कि एक तरफ जहाँ राज्य व केन्द्र सरकार उद्योग की स्थापना के लिए नित नये एमओयू पर हस्ताक्षर कर रहे है तथा बाद में भूमि अधिग्रहण की समस्या से जूझ रहे है, वहीं दूसरी ओर यहाँ भवनाथपुर में पांच हजार एकड़ से अधिक भूमि उपलब्ध है। सनद हो कि विगत कई वर्षों से यहाँ की जनता को नित् एक नये पावर प्लांट की स्थापना का सब्जबाग भी दिखाया जाता रहा है। परन्तु परिणाम शुन्य है। यदि केंद्र सरकार द्वारा भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) के साथ सरकारी या निजी अन्य उद्योगों के साथ सेल के खाली पड़े अधिग्रहित भूमि पर मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना के साथ इस परिसर को एजुकेशन हब के रूप में विकसित कर सकती है, साथ ही अन्य उद्योग समूह स्थापित किये जाने से लाखो लोगो की रोजी रोटी की संकट को दूर किया जा सकता है।