गढ़वा :
गढ़वा कचहरी रोड़ स्थित मां लक्ष्मी क्लिनिक को उपायुक्त के आदेश के बाद सोमवार की देर शाम को सील कर दिया गया।
मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन डा.अनिल कुमार, गढ़वा के अंचल अधिकारी कुमार मयंक भूषण, स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम प्रवीण कुमार सिंह, थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर चंदन कुमार भी उपस्थित थे।
इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि 20 मार्च 2023 गढ़वा शहर के कचहरी रोड स्थित मां लक्ष्मी क्लीनिक में प्रसव के दौरान मझिआंव थाना क्षेत्र के मझिआंव गांव निवासी विशाल कुमार चंद्रवंशी की पत्नी नेहा कुमारी 25 वर्ष की मौत हो गई थी।
इस मामले में मृतका के पति के आवेदन पर चिकित्सकों की पांच सदस्यीय टीम द्वारा मामले की जांच कराई गई।
शुक्रवार को जांच प्रतिवेदन प्राप्त हुई। इसके बाद उपायुक्त के आदेश पर मां लक्ष्मी क्लिनिक को सील किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने बताया कि जांच टीम के सदस्यों की मामले को लेकर अलग अलग राय थी। लेकिन सभी सदस्यों ने जांच में पाया है है कि नेहा कुमारी के इलाज में लापरवाही हुई थी। साथ ही जांच प्रतिवेदन में भी इसका जिक्र किया है। जांच प्रतिवेदन के बाद क्लिनिक को सील करने की कार्रवाई की गई।
-क्या है पूरा मामला -
20 मार्च 2023 काे मझिआंव की नेहा कुमारी को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसके गांव की सहिया संगीता कुमारी के साथ वह गढ़वा आई थी। सहिया के कहने पर उसकी सास ने नेहा कुमारी को मां लक्ष्मी क्लीनिक में लेकर पहुंची। तब जांच के बाद चिकित्सक ने नेहा कुमारी को भर्ती कर लिया और उसे सिजेरियन आपरेशन कर प्रसव कराने की तैयारी श्ुरु कर दी गई।
मरीज के स्वजनों के अनुसार बेहोशी के इंजेक्शन लगाए जाने के बाद नेहा कुमारी बेहोशी हुई। उसके बाद उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। इससके बाद मां लक्ष्मी क्लीनिक के चिकित्सकों द्वारा उसे यह कहते हुए रेफर कर दिया गया कि आपका मरीज काफी सीरियस है। मरीज के परिजनों ने तत्काल एंबुलेंस से लेकर उक्त महिला को बेहतर इलाज के लिए रांची ले जाने लगे। लेकिन कई लोगों की सलाह पर वे लोग मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने नेहा कुमारी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मरीज के स्वजनों ने मां लक्ष्मी क्लीनिक पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया था। जबकि मृतका के स्वजनों ने मां लक्ष्मी क्लिनिक के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गढ़वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था।
जिस पर पुलिस द्वारा स्वास्थ्य विभाग से जांच प्रतिवेदन की मांग की गई थी। जांच प्रतिवेदन आने के बाद अब इस मामले में कार्रवाई शुरु हो गई है।