गढ़वा :
जिले के नौ उच्च विद्यालयों की आधारभूत संरचना एवं सुदृढ़ीकरण के लिए छह करोड़ रुपए स्वीकृत
गोवावल उवि डुमरिया में कक्षा एवं चाहरदीवारी का भी होगा निर्माण
गढ़वा। जिले के नौ उच्च विद्यालयों की आधारभूत संरचना का विकास एवं सुदृढ़ीकरण के लिए छह करोड़, 41 लाख, तीन हजार, 137 रुपए की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इनमें अत्यंत महत्वपूर्ण योजना गढ़वा सदर प्रखंड के राजकीयकृत गोवावल उच्च विद्यालय डुमरिया की आधारभूत संरचना के साथ-साथ चहारदिवारी का भी निर्माण कार्य शामिल है।
जानकारी देते हुए गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि जिले में अन्य सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए झारखंड सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर नौ उच्च विद्यालयों के आधारभूत संरचना का विकास एवं सुदृढ़ीकरण करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इनमें राजकीय कृत उच्च विद्यालय डुमरिया, राजकीय कृत उच्च विद्यालय खरौंधा एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय उदयपुर रमकंडा प्रत्येक का एक करोड़, 38 लाख, 44 हजार 900 रूपये की लागत से उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय भवन का निर्माण कार्य किया जाएगा। जबकि राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोरटा का अतिरिक्त वर्ग कक्ष निर्माण के लिए 85 लाख, 21 हजार 700, मेराल प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाना, उच्च विद्यालय पेसका, गढ़वा प्रखंड का गोवावल उच्च विद्यालय डुमरिया का चहारदीवारी निर्माण के लिए एक करोड़, 33 लाख, 89 हजार 858 रूपये, राजकीय कृत प्लस टू उच्च विद्यालय कांडी का सुदृढ़ीकरण के लिए चार लाख, 53 हजार, 760 रूपये तथा राजकीय कृत उच्च विद्यालय टाटीदीरी का सुदृढ़ीकरण के लिए दो लाख, तीन हजार, 119 रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि इनमें गोवावल उच्च विद्यालय डुमरिया का अत्यंत ही महत्वपूर्ण योजना है। यह विद्यालय लंबे अरसे से उपेक्षित पड़ा हुआ था। यहां न तो बेहतर पढ़ाई के लिए आधारभूत संरचना उपलब्ध थी, और न ही इस विद्यालय की आज तक चहारदीवारी ही हो पाई थी। बताया जाता है कि इस क्षेत्र के पूर्व विधायक ने इसी विद्यालय से पढ़ाई भी की थी। साथ ही उन्हें 10 वर्षों तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का भी मौका मिला था। फिर भी यह विद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा था। क्षेत्र के लोग विद्यालय की दयनीय स्थिति से काफी दुखी थे। परंतु अब यहां विद्यालय के विकास एवं निर्माण से क्षेत्र के लोगों में काफी खुशी है। चहारदीवारी नहीं होने के कारण छात्राएं भी काफी असुरक्षित महसूस कर रही थी।
अब छात्र-छात्राओं सहित पूरा विद्यालय परिवार चहारदीवारी में सुरक्षित महसूस करेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए धरातल पर काम करने एवं झूठ बोलकर जनता के साथ छल करने में काफी अंतर है। झूठ फरेब का लाईफ लंबा नहीं होता है। बल्कि धरातल पर इमानदारी पूर्वक किये गये कार्य आजीवन लोगों के जेहन में रहते हैं। मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि झारखंड सरकार सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा एवं शिक्षा सहित हर क्षेत्र में चौतरफा विकास कर रही है। आज गढ़वा सहित पूरे राज्य में शिक्षा की बेहतरी के लिए कई कार्य किये जा रहे हैं। गांव-गांव में बेहतर शीक्षा की व्यवस्था की जा रही है। पहले गांव की छात्राएं नजदीक में व्यवस्था नहीं होने के कारण उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाती थी।
यहां तक कि अधिकांश छात्र भी प्राईमरी एवं माध्यमिक के बाद पढ़ाई छोड़ देते थे। परंतु अब छात्र-छात्राओ को अपने गांव, घर के नजदीक ही माध्यमिक एवं प्लस टू तक की बेहतर शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक गरीबों के बच्चे पढ़ेंगे नहीं, हर क्षेत्र में शिक्षा का विकास नहीं होगा, तब तक विकसित समाज, विकसित राज्य एवं विकसित राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती है। मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में अन्य विद्यालयों का भी विकास का कार्य किया जाएगा।