"हर शख़्स ख़ुदा बख़्श" मुहिम को मिला वरिष्ठ पत्रकार नासिरा शर्मा का समर्थन, चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी को बचाने की अपील की
पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ कुमार दास की मुहिम अब ज़मीनी स्तर पर रंग ला रही है। वरिष्ठ पत्रकार नासिरा शर्मा ने ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी को बचाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने लिखा कि आपने बहुत से ऐसे अहम काम किये हैं जिसकी सराहना करना ज़रूरी है जैसा कि पटना में नया बना म्यूज़ि्यम नालंदा के ऐतिहासिक महत्व को विश्व स्तर पर फिर से चर्चा में ले आया और साथ ही पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण भी उन्हें बार -बार पटना आने के लिए प्रेरित करेगा मगर यह सारी ख़ुशी इस ख़बर से अफ़सोस में बदल गई जो महत्वपूर्ण ख़ुदाबख्श पुस्तकालय को लेकर सुनने को मिली । नया निर्माण ज़रूरी है मगर विरासत की क़ीमत पर नहीं। एक चौराहा और पुस्तकालय का फ़र्क़ हर पढ़ा लिखा समझ सकता है ख़ास कर आप जैसे सम्वेदनशील मुख्यमंत्री जिनका सियासी दृष्टिकोण कुछ भी हो सकता है मगर देश के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर तो हर भारतीय नागरिक की विरासत है जिसके बारे में आप अकेले फ़ैसला नहीं ले सकते हैं। बार-बार एक तरफ़े फ़ैसलों से उन भारतीय इतिहासकारों, बुद्धिजीवियों, अध्यापकों व साहित्यकारों को गहरी ठेस लगती है जिनके शोधकार्यो़ के लिए यह अहम स्रोत है ख़ास कर आने वाली पीढ़ियों के लिए उस में रखी नायाब पांडुलिपियाँ जो उन्हें अपने पुरखों के गौरवशाली कारनामों से अवगत करायेंगी और उनका का सर बुलंद करेंगी । यही नहीं इस पुस्तकालय का विश्व स्तर परआला मुक़ाम है। आप से निवेदन है कि आप इस योजना को कार्यान्वित करके अपनी छबि धूमिल नहीं होने देंगे ।
मैं पुरज़ोर शब्दों में इस फ़ैसले की निंदा करती हूँ और आप से गुज़ारिश करती हूँ कि आप विकास ज़रूर करे, नए निर्माण भी करें मगर विरासत की की छाती को ज़ख़्मी करके हरगिज़ नहीं।