पीपल केअर फाउंडेशन सह माँ तारा इंटरप्राइजेज के संस्थापक विकास कुमार सक्सेना ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के बारे में अहम जानकारी देते हुए कहा के इस दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्व भर के लोगों का ध्यान मानवाधिकारों की ओर आकृष्ट कराना है। भारत में 28 सितम्बर 1993 को मानवाधिकार कानून बनाया गया मानवाधिकार वे मूलभूत नैसर्गिक अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि के आधार पर वंचित या प्रताड़ित नहीं किया जा सकता। उन्होंने आगे कहा के मानवता के कल्याण के लिए हर मानव को उचित प्रयास करने की ज़रूरत है साथ ही समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे हुए लोगों की भी निस्वार्थ सेवा करने की ज़रूरत है तभी हम मानवता को मज़बूत कर सकते हैं। उन्होंने कहा इसके अनुसार सभी को स्वतंत्रता, और समानता का अधिकार जन्मजात ही प्राप्त है, और उसे छीनना या बाधा पहुंचा मानवाधिकार का हनन होता है। पूरे विश्व में 500 से अधिक भाषाओं में मानवाधिकार अनुवादित है। सकारात्मक बदलाव के लिए युवा वर्ग जमीनी स्तर पर जुटने वालों में सबसे आगे रहते है। एक बेहतर दुनियां के लिए नये विचार और समाधान लाते हैं। परे विश्व के लोगों से मानवाधिकार के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए सभी को इस दिवस पर हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं।