place Current Pin : 822114
Loading...


मानवता के लिए मिसाल है शैख़ अब्दुल कादिर जिलानी ~ सैय्यद दानिश

location_on राँची access_time 27-Nov-20, 07:26 PM

👁 675 | toll 237



1 3.5 star
Public

मदर टेरेसा फाउंडेशन के प्रदेश महासचिव सैय्यद दानिश ने 11वी शरीफ़ के मौके पर हज़रत शैख़ अब्दुल कादिर जिलानी (रहमतुल्लाह अलैह) को ख़िराज ए अक़ीदत पेश करते हुए कहा के गौस ए आजम के करामात बचपन से ही दुनिया वालों ने देखा है. जब आप छोटे ही थे तो इल्म हासिल करने के लिए मां ने 40 दीनार (रुपये) देकर काफिला के साथ बगदाद रवाना किया. रास्ते में 60 डाकुओं ने काफिला को रोक कर लूटपाट मचाया. डाकुओं ने किसी को भी नहीं छोड़ा और सबों का माल व पैसे लूट लिये. गौस ए आजम को नन्हा जान कर किसी ने नहीं छेड़ा। चलते-चलते जब एक डाकू ने यूं ही पूछ लिया कि तुम्हारे पास क्या है. गौस ए आजम ने पूरी इमानदारी से कहा मेरे पास 40 दीनार है. वह मजाक समझा और आगे निकल गया. एक दूसरे डाकू के साथ भी यही सब हुआ. जब लूट का माल लेकर डाकू अपने सरदार के पास पहुंचे और नन्हें बच्चे का जिक्र किया तो सरदार ने बच्चे को बुलाकर कर मिलना चाहा. सरदार ने भी जब वही बातें पूछा तो गौस ए आजम ने जवाब में वही दोहराये कि मेरे पास चालीस दीनार हैं. तलाशी ली गई तो 40 दीनार निकले. डाकुओं ने जानना चाहा कि आप ने ऐसा क्यों किया. गौस ए आजम ने फरमाया सफर में निकलते वक्त मेरी मां ने कहा था हमेशा हर हाल में सच ही बोलना। इसलिए मैं दीनार गंवाना मंजूर करता हूं लेकिन मां की बातों के विरुद्ध जाना पसंद नहीं किया. गौस ए आजम की बातों का इतना असर हुआ कि सरदार समेत सभी डाकूओं गुनाहों से तौबा कर नेक इंसान बन गये। गौस पाक अपनी जिंदगी में मुसीबतें झेल कर वलायत के मुकाम तक पहुंचे. उन्हें वलायत में वह मुकाम हासिल हुआ जो किसी अन्य वली को नहीं मिला. इसलिए गौस ए आजम ने फरमाया मेरा यह कदम अल्लाह के हर वली की गर्दन पर है. यह सुन कर संसार के सभी वलियों ने अपनी गर्दन झुका ली. मुल्क शाम में पीरों के पीर कहे जाने वाले हजरत मोहम्मद बिन उमर अबू बकर बिन कवाम ने भी गौस ए आजम के एलान पर अपनी गर्दन झुका ली। मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुललाह अलैह मुल्क खरामां के एक पहाड़ में उन दिनों इबादत किया करते थे. जब आप गौस ए आजम का एलान सुने तो अपना सिर पुरी तरह जमीन तक झुका लिया और अर्ज किये गौस ए आजम आप का एक नहीं, बल्कि दोनों पैर मेरे सिर और आंखों पर है. गौस ए आजम परहेजगार, इबादत गुजार, पाकीजा, पाक व अल्लाह वालों के इमाम हैं. आप के हुक्म पर आम इंसान ही नहीं बल्कि सभी वली भी अमल करते हैं. अल्लाह ने गौस ए आजम को वह बलुंद मुकाम अता फरमाया कि वह अपनी नजर ए वलायत से वह सब कुछ देख लेते, जहां तक किसी आम इंसान की नजर, अक्ल व सोच भी नहीं जाती. गौस ए आजम की मजलिस में चाहने वालों का मजमा लगा होता था. लेकिन आप की आवाज में अल्लाह ने वह असर दिया था कि जैसे नजदीक वालों को आवाज सुनाई देती थी, वैसी ही दूर वालों को भी. गौस ए आजम की पैदाइश रमजान महीने में हुई थी. जन्म के समय ही आप सेहरी से इफ्तार तक मां का दूध नहीं पीते. जिस तरह रोजेदार रोजा रखता है, उसी तरह आप मां का दूध केवल सेहरी व इफ्तार के वक्त पीते थे. आप जब दस साल के हुए और मदरसा में पढ़ाई करने जाया करते थे तो फरिश्ते आते और आप के लिए मदरसा में बैठने की जगह बनाते थे. फरिश्ते दूसरे बच्चों से कहते थे अल्लाह के वली के लिए बैठने की जगह दो. आप का लकब मोहिउद्दीन है. जिसका अर्थ मजहब को जिंदा करने वाला है. आप मजहब की तबलीग करने के लिए बगदाद गये. आप ने 521 हिजरी में बगदाद में लोगों को मजहब व दीन की बातें फैलाने के लिए बयान फरमाये और 40 सालों तक अर्थात 561 हिजरी तक मुसलसल बहुत मजबूती से नेकी व मजहब की बातों को फैलाते रहे. आप की मजलिस में लोगों की भीड़ उमड़ती. भीड़ को देखकर ईदगाह में बयान देना शुरू किये, लेकिन वहां भी जगह कम पड़ जाती इसके बाद शहर से बाहर दूर खाली जगहों पर जाकर बयान करते. उस जमाने में मजलिस में 70-70 हजार लोगों की भीड़ उमड़ आती थी. रवायत है कि आपका बयान सुनने के लिए जिन्नात भी आया करते थे. आप के पास बेशुमार इल्म था. जिसका फायदा दुनिया को मिला और इस्लाम नये सिरे से जिंदा हुआ।



More from 1 :

सरस्वती एस0 जयम्मा ने पर्यावरण दिवस पर लोगों से पर्यावरण को बचाने की अपील की

location_on बैंगलोर
access_time 06-Jun-21, 02:47 PM

कोरोना काल से सिख ले और धरती को फिर से स्वर्ग बनाने का प्रयास करे इस पर्यावरण दिवस: डॉ. करिश्मा मनी

location_on गुजरात
access_time 05-Jun-21, 05:25 PM

विश्व पृथ्वी दिवस पर डी0एन0 सिंह ने लोगों से पर्यावरण को बचाने की अपील की

location_on रांची
access_time 22-Apr-21, 07:52 PM

"हर शख़्स ख़ुदा बख़्श" मुहिम को मिला वरिष्ठ पत्रकार नासिरा शर्मा का समर्थन, चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी को बचाने की अपील की

location_on पटना
access_time 19-Apr-21, 10:48 PM

माननीय स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर मानगो में बदला गया बिजली ट्रांसफॉर्मर

location_on जमशेदपुर
access_time 17-Apr-21, 08:28 PM


Post News & Earn


गूगल प्ले से डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें। Get it on Google Play