सहयोगी- निखिल कुमार
आरआरबी चेयरमैन बोले-नहीं ले सकते दोबारा परीक्षा।
पटना-हटिया ट्रेन शनिवार को ढाई घंटे देरी से रांची पहुंची, जिससे 400 से अधिक अभ्यर्थी रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। सभी झारखंड और बिहार के थे। परीक्षार्थियों ने ट्वीट कर इसकी शिकायत रेल मंत्रालय से की। इस पर मंत्रालय ने बताया कि इस बारे में रांची रेल डिवीजन को निर्देेश दे दिया गया है। हालांकि परीक्षार्थियों को कोई फायदा नहीं मिला। वहीं आरआरबी चेयरमैन अनूप कुमार हेम्ब्रम ने कहा कि इसमें हमारी गलती नहीं है। यह परीक्षा केंद्रीय स्तर पर ली रही है।
इसकी जानकारी सभी संबंधित विभाग और जोन को दी चुकी है। परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियों के लिए दोबारा परीक्षा नहीं ली जा सकती। बता दें कि आरआरबी की परीक्षा (नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) 16 से 30 जनवरी तक चलनी है। रांची में 8 सेंटर हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी शुक्रवार रात ट्रेन पर सवार हुए। यह ट्रेन सुबह 7.45 बजे पहुंचने की बजाय सुबह 10.15 बजे पहुंची। जबकि परीक्षा केंद्रों में सुबह 10 बजे तक अभ्यर्थियों को पहुंच जाना था। अभ्यर्थी जब तक परीक्षा केंद्रों के बारे में पता लगाते, तब तक एक घंटा बीत चुका था।
इंजन में खराबी से पटना-हटिया विलंब
परीक्षार्थियों ने बताया कि पहाड़पुर स्टेशन से आगे बढ़ते ही पटना-हटिया ट्रेन के इंजन में खराबी आ गई। डी-4 बोगी में धुआं भर गया, जिससे ट्रेन आधा घंटा रुकी रही। इसके बाद कोडरमा में दो घंटे ट्रेन रोक इंजन की खराबी दूर की गई। इधर, सीपीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण ट्रेन ढाई घंटे देरी से पहुंची।
आरआरबी चेयरमैन अनूप कुमार हेम्ब्रम ने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड रांची जोन की ओर से होने वाली इस परीक्षा की जानकारी दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य रेलवे को पत्र के माध्यम से दी गई थी। साथ ही स्पेशल ट्रेन चलाने का भी आग्रह किया गया था। लेकिन दोनों जोन के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान नहीं लिया।