राजद प्रदेश महासचिव डी0एन0 सिंह ने सेना दिवस पर जानकारी देते हुए कहा के 15 जनवरी 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ तो देश भर में अराजकता का माहौल पैदा हो गया। जिसके कारण अनेकों प्रशासनिक समस्या उत्पन्न होने लगी। फिर स्थिति को नियंत्रण करने के लिए सेना को आना पता। 15जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा आजाद भारत के प्रथम सेना प्रमुख बने। तब से सेना दिवस मनाया जाता है। सेना दिवस पर उन सभी देश के वीर बहादुरों सेनानीयों को सलामी दी जाती है जिन्होंने ने कभी ना कभी अपने देश और देश वासियों की सलामती एंव रक्षा अपने प्राण की आहुति दे कर अपना सर्वोच्च न्योक्षावर कर दिया। ताकत वतन की उनसे है। भारतीय सेना के जवान रात भर जाग कर हमारी शरहदों की रक्षा करते हैं तभी हम भारतीय अपने घरों में रात्रि में चैन की निन्द सोते हैं। आज72वें सेना दिवस के अवसर पर तमाम वीरशहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शत शत नमन करते हैं।