कसमार प्रखंड के पोंडा पंचायत भवन में सहयोगिनी संस्था द्वारा विश्व सुरक्षित गर्भ समापन दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचायत के मुखिया हारु रजवार ने कहा कि असुरक्षित रूप से गर्भधारण समापन नही किया जाना चाहिए । सरकार के दिशा निर्देश तथा स्वास्थ्य विभाग के निगरानी में महिलाओं का अधिकार है अपने गर्भ का समापन करने का। इस संबंध में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए आज विश्व भर में सुरक्षित गर्भ समापन दिवस मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहयोगिनी की सचिव कल्याणी सागर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात दिवस मनाने का मकसद महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के अधिकारों को बढ़ाना और सुरक्षित गर्भपात की सुविधा सुनिश्चित करना है।
इस दिन के लिए हर साल एक थीम तय की जाती है।उन्होंने कहा कि भारत में गर्भपात की अनुमति, गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम, 1971 के तहत दी जाती है। जिसके तहत गर्भपात की कानूनी अनुमति सिर्फ़ तब दी जाती है जब महिला बीस सप्ताह से कम गर्भवती हो.
बीस सप्ताह के बाद भी गर्भपात की अनुमति दी जा सकती है, अगर कोई डॉक्टर मानता है कि गर्भवती महिला के जीवन को बचाने के लिए यह ज़रूरी है। कार्यक्रम को सहयोगिनी की सूर्यमुनि देवी, रिया हलधर,बेबी देवी, खीरी देवी, ममता देवी, नीतू मुर्मू,लक्ष्मी सोरेन,बबिता कुमारी,शीला देवी, सुरेश नायक, गौतम सागर ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कुमारी किरण ने किया।