राजद प्रदेश महासचिव डी0एन0 सिंह ने विवेकानंद जी के बारे में बताते हुए कहा के उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनके जन्मदिन को युवा दिवस के रुप में मनाया जाता है। वेदान्त के विख्यात और प्रभाव शाली आध्यात्मिक गुरु, युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत एंंव सम्पूर्ण भारत वर्ष के गौरव थे। उनका मानना था कि किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवाओं पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा था कि उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते। उन्हों ने आगे कहाथा कि जो किस्मत पर भरोसा करते हैं वो कायर है, और जो अपनी किस्मत खुद बनातें हैं वो मजबूत हैं। आध्यात्म पर उन्होनें कहा था कि पृथ्वी की सारी धाराएं समुद्र में मिलती हैं उसी प्रकार सभी धर्मों को मिलाकर ईश्वरत्व की ओर ले जाती हैं। वे रामकृष्ण परम हंस के शिष्य थे। स्वामी विवेकानंद जी के 158वीं जयंती पर श्रद्धापूर्ण श्रद्धाशुमण अर्पित करते हुए अभिवादन करते हैं। युवाओं को स्वामिनी के विचारों को जीवन में उतारने के लिए आह्वान करते हैं।