रिपोर्ट। निखिल कुमार
पेटरवार। झारखंड महिला विकास समिति ने तेजस्विनी परियोजना के तहत बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के अंतर्गत अर्जुवा पंचायत स्तिथ गागा गांव में शनिवार को तेजस्वनी क्लब गागा ने पूरे गांव में विश्व स्तनपान दिवस मनाया। इस दौरान परियोजना से जुड़ी किशोरियों ने जागरूकता रैली भी निकाली। रैली के दौरान किशोरियों ने महिलाओं को जागरूक किया और कहा की नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां का स्तन का दूध संपूर्ण आहार होता है। जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद एक घंटे के भीतर ही पिलाना शुरू कर देना चाहिए। बच्चे को लगभग छह महीने की अवस्था तक स्तनपान कराना जरूरी है। कहा कि शिशु को छह महीने की अवस्था और दो वर्ष अथवा उससे अधिक समय तक स्तनपान कराने के साथ-साथ पौष्टिक पूरक आहार भी देना चाहिए। स्तन में दूध पैदा होना एक नैसर्गिक प्रक्रिया है। जब तक बच्चा दूध पीता है तब तक स्तन में दूध उत्पन्न होता है। बच्चे के दूध पीना छोड़ने के पश्चात कुछ समय बाद अपने आप ही दूध बनना बंद हो जाता है। क्लब में उपस्थित महिलाओं को युवा उत्प्रेरक पूजा कुमारी ने स्तनपान से होनेवाले फायदे से अवगत कराया। कहा कि स्तनपान कराने से मां और शिशु दोनों को फायदा होता है। शिशु के लिए स्तनपान संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति नए जन्मे हुए बच्चे में नहीं होती है। यह शक्ति मां के दूध से शिशु को हासिल होती है। मौके क्लस्टर कोआर्डिनेटर उषा कुमारी, युवा उत्प्रेरक पूजा कुमारी सहित ग्रामीण के महिलाएं मोजूद रहे।