प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए igniting Dreams of Young mind's Foundation ने किया सार्थक पहल, बच्चो को दे रहा सैटेलाइट से जुड़ी जानकारी
आज जब पूरा संसार के लोग कोरोना संक्रमण काल में अपने अपने घरों में कैद हैं तो कुछ सामाजिक संस्था लोगों के लिये कुछ न कुछ मदद करने में जुड़े हुए हैं । इन सभी संस्थाओं में एक संस्था IDYM Foundation है जो न सिर्फ देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है बल्कि आने वाले कल के भारत को दुनिया में श्रेष्ठ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यह संस्था न सिर्फ अपने भारत के अलग-अलग राज्यों के छात्रों को ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से संसार में आने वाले चुनौतियों और समाधान के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है बल्कि दुनिया के कई अलग अलग देशों में भी शिक्षा जगत के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। यह संस्था मुख्य रूप से अंतरिक्ष कार्यक्रमों में युवाओं को एक सशक्त और समर्पित भागीदारी देने के लिए जागृति करने में लगा हुआ है।
*IDYM Foundation क्यों है खास ? :-*
मात्र 6 महीने पहले समर्पित बुद्धिजीवियों जिनके पास सम्बन्धित क्षेत्रों में एक विशेष पहचान ही नहीं विशेष करने की क्षमता भी है, के द्वारा प्रारम्भ किया गया एक संस्था है जिसके पास न सिर्फ भारत बल्कि नासा समेत देश विदेश के तकरीबन 200 वैज्ञानिकों का एक संगठित एवं समर्पित टीम है।
यह संस्था चन्द दिनों में देश के सभी राज्यों में लगभग 24000 से अधिक छात्र- छात्राओं को निशुल्क ट्रेनिंग दे चुकी है। इसके अलावे संस्था कई सारे सामाजिक काम जैसे- निशुल्क मास्क वितरण, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आर्थिक मदद, क्विज प्रतियोगिता आयोजन कर छात्रों के मूल्यों को पहचान कर न सिर्फ उनके सपनों बल्कि दुनिया में एक अहम भागीदारी के लिए तैयार भी कर रहा है।
*विदेशों में IDYM का जलवा:-* IDYM Foundation न सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि यह संस्था दुनिया के कई देशों जैसे-मालदीव , लंदन,रूस,अरब के देशों समेत 21 देशों के युवाओं को भी शिक्षा के क्षेत्र में एक विशेष प्रकार के शिक्षा के लिए प्रेरित कर सेटेलाइट की जानकारी देने का काम कर रहा है। स्पेस एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम से प्रेरित होकर युवाओं ने सेटेलाइट बनाकर न सिर्फ IDYM बल्कि युवा अपने छुपी प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर अंतरिक्ष में भारत की चुनौती को ही चुनौती देने का संकल्प ले लिया।
*स्कूल फ़ॉर सेटेलाइट :-*
कहा जाता है सपने वो नहीं होते जो सोये रातों में दिखता, सपने वो होते जो रात सोने नहीं देता। कुछ ऐसा नही संस्था के संस्थापक श्री रविशंकर कुमार जी का सपना है कि बहुत जल्द Igniting Dreams of young minds foundation पूरे देश के टैलेंटेड युवाओं को संगठित रूप से अंतरिक्ष कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से, अंतरिक्ष की दुनिया में भारत को सशक्त बनाने की प्रतिज्ञा लेकर छात्रों के लिए एक बहुत बड़ी खुशबरी लेकर आने वाले हैं...
जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने igniting Dreams of young minds foundation बहुत जल्द राष्ट्रीय स्तर पर एक स्कूल खोलने जा रही है जिसमें भारत वर्ष के युवाओं के साथ साथ विदेशों के छात्रों को विशेष रूप से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिया जाएगा साथ ही साथ निःशुल्क ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि आने वाले भविष्य में वे अपने देश के लिए सेटेलाइट एवं अन्य सभी अंतरिक्ष कार्यक्रम को दुनिया के चुनौती को सम्मान के साथ सामना करते हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर बनाने की संकल्प को पूरा कर सके।
*IDYM अंतरिक्ष में ही क्यों?*
आज आधुनिक काल में जब हमारे वैज्ञानिकों के पास तरह तरह के आधुनिक संसाधन मौजूद हैं फिर भी संसार के वैज्ञानिक कुल अंतरिक्ष का 5% भाग को नहीं जान पाए है। स्पेश यानी अंतरिक्ष हमारे लिए न सिर्फ का एक रोचक क्षेत्र है बल्कि ऐसी सम्भावित खजाना है जिसका उपयोग युगों युगों तक किया जा सकता है। इतना ही नहीं दुनिया में वही सशक्त होगा जो स्पेश में सशक्त रहेगा। इन सभी परिकल्पनाओं के विचारणीय तथ्यों को देखा जाय तो स्पेश आने वाले दिनों में एक ऐसे बृहद रोजगार का अवसर दिखता है जिसके लिए प्रतिभागी कम और अवसर कहीं ज्यादा।
आज जब पूरी दुनिया टेक्नोलॉजी के इकोसिस्टम में फल फूल रही है,तब यह जानकर काफी असमंजस होगा कि किसी न किसी रूप से इन सभी टेक्नोलॉजी का इकोसिस्टम सैटेलाइट से जुड़ा हुआ है चाहे हमारा आपका मोबाइल फोन या किसी देश का खुफिया तंत्र क्यों नहीं हो। ऐसे में किसी भी देश के लिए संवेदनशीलता काफी बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इन सभी संवेदनशीलता को लेकर संसार के महाशक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धाओं का दौर की शुरुआत भी हो चुकी है। अब हमें तय करना है इस प्रतिस्पर्धा में कैसे विजय हासिल करना है।
किसी भी प्रतिस्पर्धा को जीतने के लिए मानव संसाधन प्रमुख रोल अदा करता है, इसीलिए अंतरिक्ष मे भागीदार बड़े संगठनों द्वारा प्रतिभावान युवाओं का चुनाव भी जोर शोर से प्रारम्भ कर दिया है। समर्पित प्रतिभावान मानवीय शक्ति का आकलन हम अपने अंतरिक्ष से जुड़े प्रतिष्ठित संगठन इसरो से कर सकते हैं जो कि बहुत ही कम खर्च में बड़े बड़े कार्यक्रमों को अंजाम दे चुका है और लगन, त्याग और समर्पण के साथ अंजाम देने में काफी सक्षम भी है।
*संस्था के कुछ प्रमुख सक्रिय समर्पित वैज्ञानिक एवं अन्य उत्तरदायी सदस्य :-*
ईo रविशंकर कुमार (संस्थापक), ईo रत्नेश मिश्रा, ईo मानवी धवन, ईo यश शंघवी, ईo स्वप्नानील तालुकदार, दिनुल आसमी, जिनथ मुनाबर, रेणु कुमारी, निरंजन कुमार, रोहित राज, अनुष्का वर्मा एवं अन्य ।