त्योहरो मे बधाई देना इसलिए भी जरूरी हैं क्यूकी
location_on
गढ़वा
access_time
01-Aug-20, 08:29 PM
👁 1311 | toll 356
भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता हैं क्योंकि त्यौहार हर भारतीयों का आस्था से जुड़ीं है। हमे अपने रिश्तेदारों, अजीजो और मित्रों (चाहे हो किसी धर्म का हो) को उनके त्यौहारों पर बधाई, मुबारकबाद जरूर देनी चाहिए। खासकर उस वक्त जब दो धर्मो के बीच नफ़रत अपनी बुलंदियों पर हों।
कुछ लोगों को लगता है यह बधाई, शुभकामनाए या मुबारकबाद देना ड्रामेबाजी क्यू, आखिर हम फालतू की चीज़ों में क्यू पड़े। सिर्फ एक मात्र फॉर्मेलिटी समझते हैं। ऐसे हालात है कि लोग हतोत्साहित हैं,लोगो के धंधे बंद है,एक दूसरे में मिलना जुलना बन्द है। ऐसे हालात में एक त्यौहार ही है जो खुशियां लेकर आती हैं। इन त्योहारों में आपका एक शुभकामनाए मैसेज चेहरे पर मुस्कान ला सकती है।
आप सबसे अनुरोध है जब तक सामान्य दिन ना आ जाए,जब तक धर्मो वाली नफरतें कम नहीं हो जाती,आपस में एक दूसरे के त्योहारों में खूब बधाई दीजिए। जिंदादिली बनिए नफरतें कम कीजिए और दिल खोल कर मुबारकबाद दीजिए।
आप सब को मेरी ओर से बकरीद और आने वाली रक्षाबंधन की अग्रिम बधाई।
campaign यह आम पब्लिक के द्वारा पोस्ट की गयी न्यूज़ / शिकायत / सुझाव है ।