बेरोजगारी और आत्महत्या
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Garhwa,Jharkhand
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15-Jul-20, 09:54 PM
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मौजूदा दौर में आत्महत्या के मामले तेजी बढ़ रहे हैं।हर रोज कोई न कोई आत्महत्या की खबरें सुनने को मिलती हैं। इस प्रकोप के चपेट में सबसे ज्यादा युवा वर्ग हैं।
इसका प्रमुख कारण है बेरोज़गारी। इस कोरोने वायरस के महामारी के चलते छिन्नते रोजगार, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव आत्महत्या का प्रमुख कारण बन गया है।
मौजूदा हालात लोगो के बीच दूरियां,बढ़ती अमीरी गरीबी के खाई व्यक्ति को यह महसूस करा रहा है कि इस बढ़ती महंगाई के दौर में तुम अपना जीवन ज्ञापन नही कर सकते। अच्छे जीवन के लिए जॉब,रोजगार होना आवश्यक है। यही लोगो को निराशा और हताशा आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर कर रही है।
ऐसे में सरकार को चाहिए की राज्य के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ें।जागरूक अभियान चलाए और नाकारात्मक सोच के विरुद्ध साकारात्मक सोच उत्त्पन करें।
और हम सब को भी चाहिए कि साकारात्मक सोचें,एक दूसरे का ख्याल रखें।
सामाजिक दुरी बनाएं, दिलो को जोड़े।।
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