रमना : सुपर पावर ग्रिड भागोडीह के 150 एमभीए ट्रांसफार्मर से 39 हजार लीटर तेल चोरी के बाद फिलहाल इसे चालू करना मुश्किल लग रहा है। जिसके कारण गढ़वा जिलावासियों को अभी बिजली की समस्या से निजात नहीं मिल पायेगा।
इस खबर से लोगों में मायूसी छा गई है । वहीं लोग इस चोरी की घटना को सोची समझी साजिश बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि इतनी मात्रा में तेल चोरी करना बाहरी लोगों के लिए असंभव है । 39 हजार लीटर तेल चुराने के लिए चोर को तीन टैंकर गाडी की आवश्यकता पड़ेगा और टैंकर पावर ग्रिड के अंदर जाये और किसी को पता न चले ऐसा नहीं हो सकता है । जबकि दो गार्ड के रहने एवं कुछ ही दूरी पर जी कंपनी द्वारा सब स्टेशन का कार्य कराया जा रहा है। वहीं लाकडाउन में लगातार पुलिस द्वारा जोर शोर से गश्ती चलाया जा रहा है।
ऐसे में इतनी बड़ी तेल की चोरी किसी को हजम नहीं हो रहा है।
15 जुलाई से 20 से 22 घंटा बिजली मिलने की घोषणा के बाद लोगों में खुशी की लहर थी कि अब बिजली की समस्या का निदान हो जायेगा । लेकिन तेल चोरी की घटना से लोगों की खुशी पर ग्रहण लग गया है। अब बिजली की समस्या का निदान हो जायेगा। लेकिन तेल चोरी की घटना से लोगों की खुशी पर ग्रहण लग गया है। अब भागोडीह सुपर पावर ग्रिड को चालू करने के लिए 39 हजार लीटर तेल की आवश्यकता होगी । जिसका कीमत लगभग 46 लाख है, और इस तेल चोरी की जांच चल रही है ।
इस संबंध में सिलीदाग निवासी प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि यह चोरी नहीं तेल का घोटाला है। यह अंदर के लोगों का काम है। जिसकी गहनता से जांच होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि 39 हजार तेल चुराने के लिए चोर को तीन टैंकर गाडी की आवश्यकता पड़ेगा।
पूर्व उपप्रमुख अखिलेश पासवान ने कहा कि यह चोरी कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही हुआ होगा । जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए ।