बंशीधर नगर: कोरोना वायरस महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है। देश में लॉक डाउन लागू है। इस दौरान जो जहां है वहीं फंसे हुए हैं। एक तरफ कोरोना महामारी की मार झेल रहे हैं, तो वही प्रखंड के हलिवंता कला, हलिवंता खुर्द गांव के ग्रामीण सूखा राहत का पैसा ना मिलने पर काफी आक्रोशित हैं। ग्रामीण विपेश कुमार तिवारी, मुकेश तिवारी, अरुण दुबे, राम आनन्द तिवारी, दिलीप तिवारी, नंद कुमार तिवारी, शारदा तिवारी, गोरखनाथ तिवारी, रामानुज तिवारी, निरंजन तिवारी ने कहा कि प्रखंड के सभी गांव का सूखा राहत का पैसा आ गया है, मगर हलिवंता कला, हलिवंता खुर्द अधिकारियों के घोर लापरवाही के कारण सूखा राहत का पैसा नहीं मिल पाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि हम लोग जब अंचल कार्यालय में सूखा राहत का पैसा के बारे में जानकारी लेने जाते हैं तो अंचल कर्मियों के द्वारा असन्तोष जनक आश्वासन दिया जाता है।
ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग कई बार अंचल कार्यालय एवं अपने कृषि मित्र से मिलते थे। लेकिन हम लोगों की बात कोई सुनने वाला नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर पदाधिकारियों के द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया तो हम लोग विवश होकर अनशन पर भी बैठेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि सूखा राहत का पैसा नहीं मिला है। पदाधिकारियों के लापरवाही के कारण हम सभी किसान का पैसा नहीं आया। एक तरफ कोरोना महामारी की मार झेल रहे हैं वही पदाधिकारियों के लापरवाही के कारण हम लोगों का सूखा राहत का पैसा नहीं आया।
किसान मित्र मुकेश कुमार ने कहा कि प्रखंड के सभी गांव का पैसा आ गया है।अंचला अधिकारी के घोर लापरवाही के कारण अभी तक हलिवंता कला, हलिवंता खुर्द, पतहरिया कला गांव के किसानों का सूखा राहत का पैसा लंबित है।
पदाधिकारियों के पूछने पर हमेशा असंतोष जनक जवाब दिया जाता।
▪️इस संबंध में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी अरुणिमा एक्का ने कहा कि हमारे पास जितना आवंटन प्राप्त हुआ था, उसके हिसाब से स्वीकृति भेज दिया गया है। कुछ ग्राम ऐसे भी हैं जिनकी सूची नहीं भेजा गया है। आवंटन प्राप्त होने पर
छूटे हुए गांव की सूची भी भेज दिया जाएगा।