सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए मुख्यमंत्री दीदी किचन में खिलाया जा रहा है गरमा गरम भोजन
गढ़वा: नोवेल कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉक डाउन की स्थिति में जिले में जरूरतमंद व्यक्तियों को खाने से संबंधित कोई समस्या उजागर ना हो, इसके लिए गढ़वा जिला प्रशासन ने खाने से संबंधित सहज कदम उठाया है। जिसका सीधा लाभ जरूरतमंद लोगों को मिल रहा है। इसी क्रम में गढ़वा जिला प्रशासन के द्वारा
मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरूआत की गई है।
उपायुक्त श्री हर्ष मंगला के निदेशानुसार जिले के सुदूर इलाकों व ग्रामीण क्षेत्रों में गुजारा कर रहे व्यक्तियों एवं लॉक डाउन की स्थिति में फंसे आम व्यक्तियों को सीधा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार द्वारा संचालित झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसायटी (जेएसएलपीएस) के सहयोग से गढ़वा जिला प्रशासन ने
‘‘मुख्यमंत्री दीदी किचन‘‘ की शुरूआत की है।
जेएसएलपीएस के डीपीएम विमलेश शुक्ला ने बताया अब तक गढ़वा जिले भर में ‘‘मुख्यमंत्री दीदी किचन‘‘ की शुरूआत की गयी है। कुल 380 दीदी किचन का संचालन किया जा रहा है, जिसमें अब तक कुल 9 लाख 9 हजार 4 सौ 18 गरीब, असहाय, दिव्यांग व्यक्ति दीदी किचन से लाभान्वित हुए हैं । इसका संचालन सखी मंडल की दीदियों द्वारा किया जा रहा है। इसके माध्यम पंचायतों में आर्थिक रूप से कमजोर, वंचित, असहाय, बेसहारा, दिव्यांग, गरीब एवं लॉक डाउन की स्थिति में फंसे लोग इत्यादि जरूरतमंदों को प्रतिदिन निःशुल्क एवं गरमा गरम भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। साथी ही उपायुक्त गढ़वा श्री हर्ष मंगला के निर्देशानुसार जिले में संचालित कुल 380 दीदी किचन में से 13 ऐसे दीदी किचन चिन्हित किए गए हैं जिन्हें जिले के विभिन्न प्रखंडों के प्रमुख सड़कों के किनारे चलाया जा रहा है जिससे आवागमन कर रहे पैदल व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराया जा सके।
सैनेटाइजेशन एवं सामाजिक दूरी की विशेष व्यवस्था :
मुख्यमंत्री दीदी किचन में सामाजिक दूरी एवं सैनेटाइजेशन की विशेष व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री दीदी किचन का संचालन कर रही आजीविका महिला ग्राम संगठन के सखी मंडल की दीदी ने बताया कि मुख्यमंत्री दीदी किचन में जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन दिए जा रहे हैं। अन्य पंचायतों में भी इसका संचालन व्यवस्थित ढंग से किया जा रहा है। वहीं सामाजिक दूरी, हैंड सैनेटाइजर की भी व्यवस्था है।सैनेटाइजेशन के बाद ही जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा रहा है, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके। जरूरमंद व्यक्तियों को खाने संबंधी कोई समस्या नहीं हो, इसलिए उनके खाने की व्यवस्था की गयी है।