बंशीधर नगर : युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की स्वायत्तशासी संस्था नेहरू युवा केंद्र गढ़वा के तत्वावधान में जल शक्ति अभियान के तहत दीवार लेखन के माध्यम से जल बचाने का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर उपस्थित केंद्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक अभिषेक कुमार चौबे ने बताया किदीवार लेखन में "यदि जल संकट मिटाना है,तो वर्षा जल बचाना है"," कैच द रेन, जहां पर बरसे जब भी बरसे"," करेंगे हम जल संचय, अब है बस यही निश्चय" आदि नारों के माध्यम से "कैच द रेन" अभियान के अंतर्गत लोगों को जल बचाने,वर्षा जल संचय के संदेश से जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब दिन प्रतिदिन भूजल का गिरता स्तर निरन्तर खतरे की घंटी बजा रहा है। इस समस्या का समाधान देश के प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा अपनी छत से आते वर्षा के पानी को संचय कर कुछ सीमा तक जल की समस्या का निदान किया जा सकता है।
वर्षा जल संरक्षण से कई समस्याएं समाप्त हो सकती हैं। जहां वर्षा के जल को व्यर्थ बह जाने से रोका जा सकता है वहीं भूमिगत जल के स्तर में सुधार आ सकता है और पानी की कमी को दूर किया जा सकता है। वर्षा की बूदें प्रकृति के द्वारा दी गई अनमोल उपहार से कम नहीं होती है और भारत बहुत भाग्यशाली है कि यहां वर्षा का औसत एवम् वितरण अपेक्षाकृत रुप से बेहतर है। यदि देश के सभी देशवासी अपनी इस जल सम्पदा को सहेजना भी शुरु कर दें तो निश्चित रुप से ही अपनी जल सम्पदा को समृद्ध कर एक अमीर व बेहतर भारत की संकल्पना को मूर्त रुप दे सकते हैं।