केतार : गढ़वा जिले के केतार थाना क्षेत्र के ताली गांव निवासी 65 वर्षीय विचाराधीन कैदी रघुनी साह के सोमवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। मंगलवार को शव लेकर एम्बुलेंस पैतृक गांव ताली पहुँचा, तब परिजनों ने शव उतारने से साफ इंकार किया। पुरी रात मृतक कैदी का शव दरवाजे पर खड़ी एम्बुलेंस पर 22 घंटा तक पड़ा रहा। पर परिजन अपनी मांगो पर अड़े रहे।

बुधवार को करीब साढ़े दस बजे केतार बीडीओ नितेश भाष्कर, भवनाथपुर बीडीओ रविन्द्र कुमार, केतार थाना प्रभारी राजबल्लभ कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर रामजी महतो, डीएसपी दिलीप खलको ने मृतक के घर पहुँचकर मृतक के परिजनों से बात किए। चार घंटे तक चल रहे कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
परन्तु मृतक के पुत्र कुंडल साह ने अपने पिता की मृत्यु की उच्च स्तरीय जांच व बीस लाख की मुआवजा के साथ एक सदस्य को नौकरी का लिखित आश्वासन पर अड़े रहे। सभी अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से बात करने में असफल रहे। परिजनों के द्वारा उपायुक्त को मृतक के पैतृक गांव आकर उनकी मांगों को लिखित आश्वासन देने की मांग पर अड़े रहे।
अनुमंडल पदाधिकारी जियाउल हक ने उपायुक्त की आदेश पर मृतक के घर पहुंच कर मृतक के परिजनों से बात कर मामला सुलझाने का काफी समय तक प्रयास किया।
आखिर में अनुमंडल पदाधिकारी जियाउल हक ने अपने स्तर से परिजनों के समझाते हुए बीस हजार रुपए का नकद चेक एवं परिवारिक लाभ के साथ विधवा पेंशन राशन दिलाने की बात कही। तभी परिजनों ने आपदा विभाग से मिलने वाला राशि मुहैया कराने की मांग की।
इस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने आपदा विभाग से मिलने वाला चार लाख रुपये दिलाने में हरसम्भव मदद करने की आश्वासन दिए।
मौके पर जिप सदस्य ज्वाला प्रसाद, भाजपा के मंडल अध्यक्ष कन्हाई प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि विक्रमा सिंह, मुखिया प्रतिनिधि ब्रह्मदेव कुमार गुप्ता, शिवबरन साह, मूंगा साह, प्रसाद, मनोज फौजी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।