खरौंधी : खरौंधी में मजदूर किसान एकता मंच की ओर से बुधवार को खरौंधी में पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया।
मजदूर किसान एकता मंच के अध्यक्ष कुंदन ठाकुर ने उनके आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा की जननायक कर्पूरी ठाकुर सादगी ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे। कहा जाता है कि मुख्यमंत्री रहते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर सरकारी गाड़ी का उपयोग ना करके रिक्शा की सवारी करते थे। दो-दो बार मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने सादगी नहीं त्यागी। वे राज्य और राष्ट्र के प्रति इतने समर्पित थे। सरकारी राशि का कभी दुरुपयोग नहीं किया।
समाज में उनके योगदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता। जननायक कर्पूरी ठाकुर ने मैट्रिक तक की शिक्षा को मुफ्त किया। साथ ही साथ अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म किया। वे पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, महादलित सहित कमजोर वर्गों के सर्वांगीण विकास को तत्पर रहते थे। इन वर्गों के उत्थान के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय काम किया। उन्होंने पिछड़े वर्गों के लिए 27 फीसद आरक्षण को लागू किया। हम सभी को उनके आदर्शों को अपनाने की जरूरत है।
नाई समाज के अध्यक्ष अशोक ठाकुर ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर का जीवन सादगी भरा था। आम आदमी के हितों की रक्षा के लिए अपने आपको उन्होंने कुर्बान किया। हम सभी को उनके पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए गौरव महसूस हो रहा है कि ऐसे महापुरुष हमारे समाज के साथ साथ सभी के हितों की रक्षा की।
इस मौके पर पूर्व उपप्रमुख विवेकानंद यादव, भाजपा नेता रामखेलावन पासवान, रोजगार सेवक कमलेश कुमार, मजदूर किसान एकता मंच के सदस्य सर्वेश कुमार ठाकुर, सूर्यदेव ठाकुर, नरेश पासवान, दीनानाथ बैठा, उमेश बैठा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।