मेराल : प्रखंड सभागार में बिरसा हरित ग्राम योजना सह आम बागवानी को लेकर मनरेगा वित्तीय वर्ष 2019- 20 का शनिवार को प्रखंड प्रमुख विकास सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में सामाजिक अंकेक्षण किया गया। सामाजिक अंकेक्षणकार्यक्रम में डीआरपी सुनील कुमार तिवारी ने बारी बारी से प्रखंड के तेरह पंचायत में संचालित बिरसा हरित ग्राम योजना एवं आम बागवानी योजना का कराए गए कार्यों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मेराल प्रखंड में बिरसा हरित ग्राम योजना सह आम बागवानी में लगाए गए जेएसएलपीएस का कार्य हाथी का दांत साबित हो गया है। उनके द्वारा इस योजना में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। वही प्रखंड प्रमुख विकास सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्रखंड के 20 पंचायत में किसी भी पंचायत में जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा किसी भी महिला समूह को ना तो गठित किया गया है और ना ही लाभुक समूह ही बनाया गया है।
जिस कारण सखी मंडल का कार्य शून्य हो गया है। उन्होंने बताया कि प्रखंड में संचालित जेएसएलपीएस की निष्क्रियता को उचित कार्रवाई हेतु जिले एवं राज्य के सक्षम पदाधिकारी के पास उचित कार्यवाही हेतु लिखा जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि प्रखंड में संचालित जेएसएलपीएस एवं सखी मंडल के कागजी खानापूर्ति काम को लूट एवं सरकारी राशि के दुरुपयोग का चारागाह बताया। जहां जेएसएलपीएस के ऊपर सरकार के द्वारा काफी राशि खर्च किया जा रहा है। वहीं सामाजिक अंकेक्षण दल के लोगों ने प्रखंड के विभिन्न पंचायत में बागवानी बचाव के लिए घेराव नहीं होने जल कुंड का निर्माण नहीं करने ट्रेंच का काम नहीं होने, आकलन के अनुरूप पौधारोपण नहीं करने का आरोप लगाया है।
इधर बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत लाभुकों को जलकुंड के लिए प्लास्टिक उपलब्ध नहीं कराया गया है।
इस अवसर पर चतरा के डीआरपी नवीन कुमार गौतम, जिला परिषद राम नरेश चौधरी, फील्ड कोऑर्डिनेटर संतोष पासवान, बीआरपी कृष्णा पाल, बीपीओ फिरोज अंसारी, अभियंता देवनाथ गौतम, मनरेगा अकाउंटेंट सूरज गुप्ता के अलावे मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक एवं लाभुक सहित बड़ी संख्या ग्रामीण में उपस्थित थे।