गढ़वा : आगामी 17 फरवरी को निर्धारित अधिवक्ता संघ गढ़वा के चुनाव को ले सरगर्मी बढ़ने लगी है। इस बार का चुनाव विगत चुनाव से काफी भिन्न नजर आ रहा है। विशेषकर अध्यक्ष पद का चुनावी मैदान में खड़े प्रत्याशियों का मुआयना अधिवक्ता संघ के सभी 258 मतदाता, त्रिकोणीय फाइट में आक्रोश संशय और भविष्य की सुरक्षा के तराजू पर फैसला लेने से पहले समीक्षा के मूड में नजर आ रहे हैं। जबकि अधिवक्ता संघ के दूसरे महत्वपूर्ण सचिव पद का मुकाबला भी इस बार कांटेदार होगा इसका कयास अभी से लगाया जा रहा है।
जहां तक अधिवक्ता संघ के प्रत्याशियों का प्रश्न है। अध्यक्ष पद पर निवर्तमान अध्यक्ष अलख निरंजन चौबे हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
जबकि इनके सामने पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र पांडेय तथा गौतम कृष्ण सिन्हा उर्फ बुलू बाबू भारी चुनौती बनकर कर खड़े हैं।
संघ के दूसरे महत्वपूर्ण पद महासचिव पद पर निवर्तमान महासचिव मृत्युंजय तिवारी पूर्व महा सचिव भृगुनाथ चौबे, जितेंद्र चंद्रवंशी, सच्चिदानंद शुक्ला तथा बृजदेव विश्वकर्मा जैसे 5-5 उम्मीदवार चुनाव मैदान में ताल ठोक कर एक दूसरे को पछाड़कर चुनाव जीतने के तमाम हथकंडे अपनाते दिख रहे हैं।
अधिवक्ता संघ का इस बार का चुनाव इस मायने में विगत चुनाव से कुछ भिन्न नजर आ रहा है कि अध्यक्ष और महासचिव के अलावा दूसरे पदों पर भी उम्मीदवारों के बीच रस्साकशी दिख रही है। लिहाजा उपाध्यक्ष पद पर निवर्तमान उपाध्यक्ष धनंजय तिवारी, धीरेंद्र चौबे, रामकृष्ण शुक्ला तथा सुरेश नारायण दुबे, कोषाध्यक्ष पद पर निवर्तमान कोषाध्यक्ष गरीब उल्लाह अंसारी, राकेश शुक्ला, संयुक्त सचिव वन के पद पर प्रणव कुमार, भूपेंद्र तिवारी, पंचम सिंह तथा दीपक कुमार, संयुक्त सचिव दो के पद पर दिग्विजय कुमार, संतोष कुमार यादव तथा देवदत्त चौबे, सहायक कोषाध्यक्ष के पद पर निवर्तमान विकाश कुमार पांडेय, अवध किशोर चौबे तथा देवेंद्र प्रजापति एवं कार्यकारिणी के 5 पद के लिए कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में एक दूसरे को पछाड़कर चुनाव जीतने की जुगात में निरंतर सक्रिय दिख रहे हैं।
यद्यपि अधिवक्ता संघ के चुनाव को ले सभी प्रत्याशी डोर टू डोर जनसंपर्क करने के अलावा अपने अपने तरीके से लॉबिंग कर अपने पक्ष में मतदान के लिए अधिवक्ताओं को आकर्षित करने के लिए रात दिन एक कर जुगाड़ लगाने में मशगूल हैं।
मगर पिछले चुनाव के अनुभव के आधार पर यह कहा जा सकता है कि ऊंट किस करवट बैठेगा इसे लेकर अभी समीकरण प्रीमैच्योर स्थिति में है।