भवनाथपुर : इंटक यूनियन त्रिपाठी गुट के द्वारा सेल के प्रसाशनिक भवन पर गुरुवार को धरना के दूसरे दिन भी खदान के ठेका श्रमिक डटे रहे।
दूसरे दिन मजदूरों को सम्बोधित करते हुए इंटक के राष्ट्रीय सचिव कन्हैया चौबे ने हुंकार भरते हुए कहा कि सेल प्रबंधन के साथ अब मजदूरों की लड़ाई आर या पार की होगी। जब तक सेल प्रबंधन हमारी चार सूत्री मांग पत्र पूरा नहीं करती तब तक यह मजदूरों का आंदोलन इसी तरह दिन रात जारी रहेगा। कहा कि हमारी बातें गढ़वा डीसी व श्री बंशीधर नगर अनुमंडल पदाधिकारी से हुई जिसमें पदाधिकारियों ने मजदूरों के मांग को जायज बताते भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया है। कहा कि यह बन्द तुलसीदामर खदान खोलने की लड़ाई सिर्फ इंटक यूनियन का नहीं, पूरे विधान सभा की समस्या की लड़ाई है।
खदान बन्द होने से क्षेत्र में मायूसी व बेरोजगार बढ़ गई है। व्यवसायियों कि स्थिति दयनीय होती जा रही है। खदान खुले रहने से करोड़ों रु का ट्रांजेक्शन होती थी और राज्य सरकार केंद्र सरकार को भी लाखों रु राजस्व की प्राप्ति होती थी। परन्तु खदान बन्द होने से भवनाथपुर क्षेत्र तो वीरान हो गई। परन्तु कर्मियों को बिना कार्य के बैठे बैठाय वेतन मिल रही है औऱ अधिकारी राज भोग रहे हैं, तो मजदूरों को भी बीते 16 फरवरी से आज तक खदान बन्दी के 12 महीने का मिनिमम वेज मिलना चाहिए।अगर सेल प्रबंधन हमारी मांगो पर विचार नहीं करती है तो शांतिपूर्ण चल रहा यह आंदोलन आमरण अनशन में भी बदल सकती है। कन्हैया ने कहा कि इस मजदूरों के लड़ाई में तमाम जनप्रतिनिधियों को भी मैं मजदूरो के इस लड़ाई में बढ़ चढ़ कर सहयोग करने का अपील करता हूं।
धरने के दूसरे दिन जेएमएम नेता चन्दन ठाकुर, सुरेंद्र गुप्ता व बसपा के अख्तर अंसारी का समर्थन मिला है। इन नेताओं ने भी मजदूर की लड़ाई को जायज बताते हुए भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
वहीं प्रशासन के द्वारा धरना प्रदर्शन स्थल पर सीआई मुंशी राम को मजिस्ट्रेट के रूप में पुलिस फोर्स के साथ डिपुट किया गया है, जबकि सेल के द्वारा दर्जनों सीआईएसएफ के जवान गेट पर सुरक्षा के लिए तैनात किए गए है।