बिशुनपुरा : पेंशन एक गरीब वृद्ध या विधवा का हक होता है। पेंशन ही किसी असहाय के लिए आर्थिक मदद होती है। सरकार वृद्ध और विधवा को पेंशन देने के लिए लगातार निर्देश देती रही है, परंतु बिशुनपुरा प्रखंड के पतिहारी पंचायत में हुरहि गांव निवासी 77 वर्षीय वृद्ध और विधवा महिला हैं, जिनका राशन कार्ड नवंबर 2020 में रद्द होने कारण राशन नहीं मिल रहा है, ऐसे लाभुक एक उम्मीद में हर दिन बिशुनपुरा प्रखंड कार्यालय का दौड़ लगा रहे रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि कभी तो सरकार और प्रशासन की दया की नजर उन पर पड़ेगी।
हुरहि गांव निवासी 77 वर्षीय बुधनी कुँवर राशन, पेंशन और आवास की समस्या को लेकर लगातार महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रही है. परंतु आज तक उसे राशन, पेंशन और आवास का लाभ नही मिल पाया है।
मालूम हो कि बुधनी कुँवर के पति नन्हकू साव का 7 वर्ष पूर्व ही निधन हो चुका है। बुधनी कुँवर की चार लडकिया हैं जिसकी शादी हो गयी है। उनका एक भी लकड़ा या परिवार के सदस्य नहीं रहने के कारण अकेला वृद्धा अवस्था में अपने गांव से 7 किलोमीटर पैदल चल कर प्रखंड कार्यालय आती हैं। कार्यालय कर्मियों उसे आज-कल कह कर टालते रहते हैं, लेकिन उनकी मदद किसी ने नहीं किया।
बुधनी कुँवर ने बताया कि पहले पेंशन का पैसा मिलता था, लेकिन पिछले 5 माह से पेंशन का पैसा नहीं मिल रहा है। पैसा नहीं मिलने के कारण भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गया है। इस अवस्था में अब शारीरिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है। उन्होंने बताया कि खपड़ैल घर में किसी तरह अकेला किसी कोने में पड़ी रहती हूं, लेकिन पेट की भूख की आग सताये रहता है।
क्या कहा बीडीओ ने इस संबंध में
बिशुनपुरा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी जयपाल महतो ने बताया कि इस संबंध में मुझे जानकारी नही है। उन्होंने बताया कि पेंशन पिछले 5-6 माह से आ ही नहीं रहा था, अब एक दो दिन के अंदर पुनः पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं पता करवा कर उक्त वृद्ध महिला का राशन कार्ड बनवाने का प्रयास करूंगा।