भवनाथपुर (गढ़वा) गढ़वा जिले के इकलौता सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम आरएमडी सेल भवनाथपुर को बंद करने का सिलसिला सेल प्रबंधन के द्वारा तेज कर दिया गया है। हालत यह है कि सेल प्रबंधन गुपचुप तरीके से या तो सेल के मशीनों को ऑक्शन पर बेच रही है अथवा दूसरे संस्थान में स्थानांतरण की तैयारी कर रही है। बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए हैं। लिहाजा आरएमडी सेल भवनाथपुर को लेकर जनप्रतिनिधियों के द्वारा घड़ियाली आंसू बहाना एक्सपोज होने लगा है।
विदित हो कि आर एम डी सेल की मनमानी दिनों दिन यहां के जनप्रतिनिधियों के निष्क्रियता से बढ़ती ही चली जा रही है। सेल प्रबंधन अंग्रेजी हुकूमत के तहत लोगों में फूट पैदा कर अपनी हर चाल में सफल होता जा रहा है।
जिसका ताजा प्रमाण है कि बीते 16 फरवरी से खदान बन्द होने से जहां हजारों ठेका मजदूर इस कोरोना महामारी में बेरोजगारी के कारण भुखमरी के कगार पर हैं। जिसमें 10 माह खदान बन्दी के बावजूद अभी तक मजदूरों का कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया। वहीं सेल प्रबंधन के हेड कार्यालय में गुपचुप तरीके से भवनाथपुर में करोड़ो के स्क्रेप को लाखों में ऑक्शन कर बेच दिया गया। जिसमें सेल के मोटर गेरेज में संवेदक के आधा दर्जन कर्मी सीआईएसएफ के सुरक्षा में पुरानी गाड़ियों को गैस कटर से काट कर लेजाने की तैयारी में लगे हुए हैं।इसके बाद सेल की मंशा इस प्लांट व अन्य सामग्री को भी बेचने या सेल के अन्य खदान में ले जाने की अंदरूनी तैयारी चल रही है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो वर्ष 22 तक भवनाथपुर से सेल पूर्णतया बोरिया-बिस्तर के साथ भागने के फिराक में है।
आने वाले समय वर्ष 21 के अंत तक भवनाथपुर का 30 से 35 लोगों का ही मैन पावर बचेगा जो कि वर्तमान में अभी लगभग 55 कर्मी लोग बचे हैं। बताते चले कि बीते वर्ष 12 में सेल ने लाइमस्टोन खाघरा खदान को बन्द किया। इसके बाद सेल व स्थानीय गरीबों का पढ़ाई करने वाले हजारों बच्चों का मिडिल स्कूल, माईनस हाई स्कूल, कर्मियों के आवास व अन्य कार्यो के लिए सिविल मेंटनेंस, इलेक्ट्रिक मेंटनेंस, आवासीय परिसर में डैम से पाईप लाईन पानी सप्लाई का कार्य के साथ कर्मियों के मिलने वाली अन्य बेनिफिट को बन्द कर दिया व सेल कर्मियों को जबरन वीआरएस या ट्रांसफर कर दिया। कुछ यूनियन प्रतिनिधियों के विरोध के बावजूद सेल अन्य यूनियनों से गुपचुप तरीके से सेटलमेंट कर अपने सभी मंसूबो में अब तक कामयाब रही है।
वहीं सेल के द्वारा अनुमंडल स्तर पर चल रहा एकलौता अंग्रेजी शिक्षण संस्थान का वर्ष 21 मार्च में अनुबंध समाप्ति के बाद बन्द करने की नियत बनाये हुए है।
जानकारी हो कि बीते वर्ष 04 में सेल के द्वारा भवनाथपुर में लगे प्लांट व स्क्रेप को ऑक्शन में बेचने व सेल के अन्य सयंत्र में प्लांट ले जाने की सूचना वर्तमान भाजपा विधायक भानु उस समय निर्दलीय नौजवान सनघर्ष मोर्चा के सुप्रीमो भानु प्रताप साही के द्वारा कड़ा विरोध के कारण सेल प्रबंधन को पीछे हटना पड़ा था और 16 वर्षो के बाद सेल प्रबंधन पुनः दुबारा भवनाथपुर में घटना की पुनरावृत्ति की ओर है।
इस बावत विधायक भानु प्रताप साही से पूछे जाने पर बताए कि स्क्रेप ऑक्शन करने की जानकारी मुझे नहीं है।
सेल के उच्च अधिकारियों से बात करेंगे। तुलसी दामर खदान के ठेका मजदूरों के हित में बिना ठोस निर्णय के जल्दबाजी में सेल का लिया गया निर्णय उसके लिये घातक सिद्ध होगा।