श्री बंशीधर नगर: पूरे देश में कोरोना वैश्विक महामारी से लोग जूझ रहे हैं। इस महामारी से बचाव में अग्रिम पंक्ति की योद्धा के रूप में डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी की गिनती की जा रही है। डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश उत्पन्न इस विकट परिस्थिति में मरीजों की सेवा कर उसे बचाने में जी जान लगाए हुए हैं। अनुमंडल अस्पताल आयुष चिकित्सक डॉ कैशर आलम बताया कि इस महामारी के जंग में खुद भूखे प्यासे रहकर मरीजों की जांच लगातार कर रहे हैं। इस विकट परिस्थिति में लोगों को सेवा कर रहे हैं।
एक तरफ अल्लाह की इबादत एवं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण मरीजों की तलाश भी किया करते हैं। डॉक्टर कभी 9:00 से लेकर 3:00 बजे तक ड्यूटी करते हैं तो कभी 9:00 से 9:00 ड्यूटी करते हैं।
रोजा रखने के लिए कभी नाइट ड्यूटी होने पर अस्पताल में भी सेहरी कर रोजा रखते हैं।डॉक्टर कैशर आलम खुद रोजा रखकर मरीजों का मर्ज ठीक करने में लगे हुए।
पवित्र रमजान माह में रोजा रखकर मानव जीवन को बचाना व इंसानियत के हित किए गए सेवा से खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि इस महामारी में रोजा रखकर भी मरीजों की सेवा करने जज्बा अलग ही होता है। मरीजों का सेवा करने से लगता है कि रोजा रखकर अल्लाह के बंदे के सेवा कर रहे हैं। कोरोना मरीजों की जांच करने के बाद शाम में अपने परिवार के साथ इफ्तार भी किया करते हैं। रमजानु उल मुबारक माह में अल्लाह से हिंदुस्तान कोरोना मुक्ति की दुआ भी करते हैं।