धुरकी : धुरकी प्रखंड मुख्यालय स्थित दलितों की मुख्य बस्ती वार्ड संख्या एक (भुइयां टोला) के ग्रामीण पेयजल के संकट से जुझ रहे हैं। भुइयां टोले का दो चापानल पिछले पंद्रह दिनों से खराब पड़ा है, इसकी शिकायत उक्त टोले के ग्रामीणों ने कई बार मुखिया पति रामजीवन यादव से किया। ग्रामीणों ने दुखी मन से कहा की मुखिया को चापानल मरम्मत कराने के लिए बहुत बार आग्रह किया गया लेकिन उन्होने कुछ भी नहीं किया। वार्ड सदस्य सुशीला देवी,ग्रामीण श्याम सुंदर भुइयां, मुंद्रिका भुइयां, महेंद्र भुइयां, अरूण भुइयां, मनोज भुइयां, इत्यादि ने कहा कि मुखिया पति रामजीवन यादव के द्वारा उक्त टोले मे एक भी सोलर जलमीनार नहीं लगाया गया है। ग्रामीणों ने यह भी कहा की दो माह पूर्व मुखिया पति के द्वारा भुइयां टोले में सोलर जलमीनार लगाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक सोलर जलमीनार का निर्माण नहीं हुआ।
वार्ड सदस्य व ग्रामीणों ने कहा कि मुखिया पति द्वारा भुइयां टोला के लोगों से भेदभाव कर सौतेला व्यवहार किया गया है। ग्रामीणों ने बताया की 15 से 20 घरों की आबादी वाले सरसोइया दामर टोला मे सोलर जलमिनार का निर्माण कर दिया गया है जबकि भुइयां टोला मे एक सौ से अधिक घरों की आबादी वाले हरिजन टोला मे सोलर जलमिनार का निर्माण नहीं किया गया है। इससे साफ प्रतीत होता है कि भुइयां टोला से सौतेला व्यवहार किया गया। ग्रामीणों ने कहा की चापानल से पानी भरने मे सांसें फूलने लगती है। वहीं उक्त टोले के ग्रामीणों ने चापानल मरम्मत कराने व सोलर जलमीनार का निर्माण कराने के लिए बीडीओ को आवेदन देकर मांग किया है। इस संबंध में बीडीओ ने कहा कि उन्होंने स्वयं मुखिया से सोलर जलमीनार का निर्माण कराने के लिए निर्देश दिया था।
उन्होंने कहा की वह पुनः मुखिया को निर्देश देकर भुइयां टोला के लोगों का पेयजल संकट की समस्या को दूर कराएंगे।