गढ़वा : प्रशासनिक सुविधा और विकास के लिए नई पहल, क्षेत्र में जगी उम्मीदें
गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड अंतर्गत ओखरगाड़ा को प्रखंड का दर्जा देने की मांग को लेकर सोमवार को स्थानीय ग्रामीणों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव और पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम एक मांगपत्र सौंपा।
ग्रामीणों ने बताया कि ओखरगाड़ा क्षेत्र की आबादी तेजी से बढ़ रही है और यहां के लोगों को रोजमर्रा के प्रशासनिक कार्यों, विशेषकर विकास योजनाओं और भूमि संबंधित मामलों के लिए मेराल प्रखंड मुख्यालय का बार-बार चक्कर लगाना पड़ता है। लंबी दूरी, परिवहन के साधनों की कमी और आर्थिक परेशानियों के कारण गरीब व असहाय ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मेराल प्रखंड में कुल 20 पंचायत हैं, जिनमें से बिकताम, ओखरगाड़ा पूर्वी, ओखरगाड़ा पश्चिमी, खोरिडीह, चेचरिया और अरंगी पंचायतों को मिलाकर एक नया प्रखंड बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इस क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 35,000 थी और उसी समय भी ओखरगाड़ा को प्रखंड बनाने की मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री को की गई थी। वर्तमान में आबादी लगभग 50,000 के करीब पहुंच चुकी है, जिससे यह मांग और भी जरूरी हो गई है।
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह विषय पहले भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया है और झामुमो सरकार से इस पर सकारात्मक पहल की मांग की गई थी।
इस पहल से स्थानीय लोगों में नई आशा का संचार हुआ है। मौके पर ओखरगाड़ा प्रखंड नवनिर्माण संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष रामसागर उरांव, बबलू कुमार तिवारी, मुखिया रवींद्र कुमार गुप्ता, जमालुद्दीन अंसारी, काशीराम, मुखिया धर्मराज राम, उप प्रमुख निजामुद्दीन खान, बिकताम मुखिया सुरेश राम, पंचायत समिति सदस्य विनोद पासवान, उपेंद्र चंद्रवंशी, अवधेश कुमार पासवान, राम प्रवेश सिंह, सद्दाम हुसैन, संजय राम, शोएब खान, दिलीप कुमार सिंह, राजाराम, मिन्हाज आलम समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।