गढ़वा : ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि तद्नुसार पाँच जून 2025 को पड़ने वाले गंगा दशहरा , वेदमाता गायत्री के प्राकट्य दिवस तथा विश्व पर्यावरण दिवस के सामूहिक सुअवसर पर सरस्वती नदी के किनारे स्थित नवादा ग्राम के छठ घट पर शिवलिंग की स्थापना सपत्नीक यजमान बनकर करवायी शिवपूजन प्रसाद ने। आचार्य की भूमिका निभाई पंडित उमेश पांडेय ने।
शिवलिंग स्थापना की पूर्व संध्या पर रामचरित मानस का अखंड पाठ का आयोजन भी शिवपूजन प्रसाद ,ग्रामीण कीर्तन मंडली और ग्रामवासियों के सहयोग से करवाया गया।
शिवलिंग स्थापना के अगले दिन अर्थात् निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर शिवपूजन प्रसाद ने अपने पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर जरूरतमंदों के बीच वस्त्रों का वितरण भी किया।
प्रारंभ से ही ईश्वर में आगाध्याय आस्था रखने वाले नवादा ग्राम निवासी जो झारखंड सरकार के मार्केटिंग ऑफिसर से सेवानिवृत्ति के बाद वर्तमान में कोलकाता में रह रहे शिवपूजन प्रसाद धार्मिक कृत्य और भारतीय संस्कृति से जुड़े रहने का कार्य किया है। शिवपूजन प्रसाद का मानना है कि ईश्वर का दिया ही सब कुछ हम प्राप्त करते हैं तो हमारा भी कर्तव्य बनता है कि ईश्वर के प्रति हम अपनी कृतज्ञता अपने सत्कर्मों के माध्यम से ज्ञापित करें। मनीषियों का कहना है कि "तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा..." । इसी भावना से प्रेरित होकर मैंने शिवलिंग की स्थापना करवायी है। अर्थात् मैंने कुछ नहीं किया है बल्कि मेरा सौभाग्य है कि ईश्वर ने इस पुनीत कार्य का मुझे माध्यम बनाया।
मेरे इस कार्य में नवादा ग्राम के सभी धर्मप्रेमी माताओं ,बहनों एवं बंधुओं बांधवों का भरपूर सहयोग मिला।
शिवपूजन प्रसाद ने कहा कि प्राचीन काल में जो भी राजा-महाराजा धार्मिक प्रवृत्ति के होते थे वे ईश्वरीय प्रेरणा से ही जन कल्याण के लिए कहीं बड़े मंदिर ,कहीं ठाकुरबाड़ी, कहीं धर्मशाला ,कहीं तालाब कहीं कुँआ आदि का निर्माण करवाते थे। इससे प्रेरणा लेकर हम सब को भी अपने सामर्थ्य के अनुसार मानवता के कल्याण हेतु कुछ कार्य अवश्य ही करने चाहिए।
आयोजन को सफल बनाने में संजय गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिन्होंने पूर्व में अपने सहयोगियों के साथ चबूतरा निर्माण कराया था।
इस अवसर पर पूजन हेतु दूध का योगदान अनिल चंद्रवंशी ,लालजी चंद्रवंशी और अरुण चंद्रवंशी द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया।
पानी की व्यवस्था अमित जायसवाल ने की।
इनके अतिरिक्त शिव पूजन जायसवाल , उदय जायसवाल ,सुखबीर पाल , राम प्रवेश , ललन जायसवाल , अनिल जायसवाल , रंजीत जायसवाल सहित नवादा ग्राम की माताओं , बहनों एवं सज्जनों के सहयोग से यह आयोजन सम्पन्न हुआ।