गढ़वा : गढ़वा जिले के सदर एसडीएम संजय कुमार द्वारा आयोजित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम "कॉफ़ी विद एसडीएम" के इस सप्ताह के सत्र में बुधवार को अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस संवाद कार्यक्रम में प्रतिनिधियों ने न केवल अपनी निजी समस्याएं रखीं, बल्कि शैक्षणिक व्यवस्था, कोचिंग संस्थानों की चुनौतियां और शहर के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि सभी कोचिंग संस्थानों का अनिवार्य पंजीकरण होना चाहिए। नीरज कुमार ने कहा कि बिना पंजीकरण के खुल रहे संस्थानों से गंभीर संस्थानों की छवि प्रभावित होती है।
वरिष्ठ शिक्षक लखन कश्यप ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले कोचिंग संस्थानों को प्रशासनिक स्तर पर सम्मानित किए जाने का प्रस्ताव रखा, जिससे सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़े। एसडीएम ने इस पर गंभीर पहल की बात कही।
प्रतिनिधियों ने कोविड के बाद छात्र संख्या में आई गिरावट और ऑनलाइन शिक्षा के बढ़ते प्रभाव को लेकर संघर्ष की बात कही। साथ ही यह भी प्रस्ताव रखा कि कोचिंग संस्थानों का एक संघ बनाया जाए ताकि उनकी समस्याओं और हितों को एक मंच मिल सके। एसडीएम ने इस पहल की सराहना की।
कोचिंग संचालकों ने आग्रह किया कि बड़े प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी समय मिलने पर छात्रों को क्लास में पढ़ाएं, जिससे छात्र प्रोत्साहित हों।
शहर के समुचित विकास के लिए एक मास्टर प्लान बनाने की आवश्यकता भी कोचिंग प्रतिनिधियों ने जताई। साथ ही छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोचिंग समय के दौरान पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की गई, जिस पर एसडीएम ने तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिया।
लखन कश्यप, देवबंश यादव, अनिल देव सहित अन्य ने निजी भूमि विवाद जैसी समस्याएं रखीं, जिन पर एसडीएम ने नियमानुसार समाधान का आश्वासन दिया।
सभी कोचिंग संस्थानों ने "कॉफ़ी विद एसडीएम" कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पहला मौका है जब किसी प्रशासनिक अधिकारी ने उन्हें आमंत्रित कर सुझाव और समस्याएं सुनीं।
इस संवाद कार्यक्रम में लखन कश्यप, आदित्य चौधरी, रवि रंजन, चंदन महतो, देववंश यादव, प्रभात कुमार, दीपा कुमारी, राज नारायण मिश्रा, प्रवीण मिश्रा, नीरज कुमार, मिथिलेश कुमार आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में कश्यप कॉमर्स कोचिंग, सेकंड स्कूल, इंजीनियर्स अकैडमी, ज्ञान गंगा कोचिंग सेंटर, श्योर सक्सेस सेंटर, भारत कंप्यूटर सेंटर, इंटेंस कंप्यूटर सेंटर, शिक्षा हब, लक्ष्य कोचिंग, आइंस्टीन स्टडी सर्किल सहित दर्जनभर से अधिक कोचिंग संस्थानों की सक्रिय सहभागिता रही।