गढ़वा : दंडात्मक के साथ-साथ सुधारात्मक प्रयास जारी : एसडीएम
एसडीएम ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों से किया संवाद
ग्रामीणों के व्यवहार परिवर्तन से उखड़ेंगी अवैध शराब कारोबार की जड़ें
गढ़वा: मेराल प्रखंड का दुलदुलवा गांव अब धीरे-धीरे बदलाव की राह पर है। एक समय यह गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए बदनाम था, लेकिन अब यहां के लोग इस काले कारोबार से दूरी बना रहे हैं। यह बदलाव लाने में अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार की कड़ी मेहनत और संवेदनशील प्रयासों की अहम भूमिका रही है।
एसडीएम ने गांव को लिया गोद, लगातार कर रहे संवाद
एसडीएम संजय कुमार ने दुलदुलवा गांव को स्वैच्छिक रूप से गोद लिया है और इसकी तस्वीर बदलने के लिए व्यक्तिगत रुचि और प्रयासों से लगातार काम कर रहे हैं।
दंडात्मक कार्रवाई के साथ स्नेह भरी काउंसलिंग का असर
लगातार दंडात्मक कार्रवाई और संवाद के चलते गांव के कई लोगों ने अवैध शराब का धंधा छोड़ना शुरू कर दिया है। प्रशासन की ओर से यहां रोज़ाना संवाद और काउंसलिंग जारी है। गुरुवार को भी एसडीएम ने देवी धाम स्थित पीपल पेड़ के नीचे चबूतरे पर चौपाल लगाई, जिसमें लगभग 100 ग्रामीणों ने भाग लिया। उन्होंने एक-एक व्यक्ति से बातचीत कर व्यक्तिगत समस्याएं भी सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया।
नशा छोड़ने वालों को मिलेगा सम्मान और नई पहचान
एसडीएम ने बताया कि जो लोग नशा कारोबार छोड़ रहे हैं उन्हें ब्रांड एंबेसडर के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा और प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा। इन लोगों को गांव में नशा विरोधी माहौल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वैकल्पिक रोजगार के लिए मिलेगा प्रशासनिक सहयोग
दुलदुलवा पंचायत भवन में आयोजित बैठक में 200 से अधिक ग्रामीणों को वैकल्पिक व्यवसाय, ऋण सब्सिडी और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। एसडीएम ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति शराब छोड़कर वैकल्पिक रोजगार अपनाना चाहता है तो उसे प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग मिलेगा।
ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति बढ़ा भरोसा
जहां पहले ग्रामीण प्रशासनिक गाड़ियों को देख भाग जाते थे, वहीं अब वही लोग एसडीएम के स्वागत में आगे आते हैं, चौपाल में भाग लेते हैं और उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं। यह व्यवहार परिवर्तन प्रशासनिक प्रयासों पर ग्रामीणों के बढ़ते विश्वास का परिचायक है।
कैंप लगाकर जन समस्याओं का समाधान
एसडीएम ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य, राशन कार्ड, आवास, पेंशन आदि की समस्याओं को लेकर कैंप आयोजित किए जाएंगे ताकि लोगों की शिकायतों का समाधान मौके पर ही हो सके।
वरीय पदाधिकारी भी करेंगे सीधा संवाद
एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि जल्द ही उपायुक्त शेखर जमुआर, पुलिस अधीक्षक दीपक पांडेय समेत जिले के वरीय पदाधिकारी भी दुलदुलवा पहुंचकर ग्रामीणों से सीधा संवाद करेंगे और उनकी समस्याएं जानकर समाधान की दिशा में काम करेंगे।
दुलदुलवा का यह बदलाव यह साबित करता है कि प्रशासनिक संवेदनशीलता, सतत संवाद और सकारात्मक इच्छाशक्ति के बल पर किसी भी गांव की दिशा और दशा बदली जा सकती है।