गढ़वा : डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती और शहीद कॉमरेड गुरदास चटर्जी की 25वीं शहादत दिवस के अवसर पर भाकपा माले गढ़वा जिला इकाई द्वारा सोमवार को "खबरदार मार्च" का आयोजन किया गया। मार्च की शुरुआत प्रखंड कार्यालय से हुई जो सहिजना मोड़ स्थित बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा तक पहुँचा।
मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारे लगाए—"संविधान बदलने की साजिश नहीं चलेगी", "नफरत की राजनीति बंद करो", "लोकतंत्र की हत्या बंद करो", और "बाबा साहब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान"। प्रतिमा स्थल पर कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद आयोजित सभा में भाकपा माले नेताओं ने डॉ. अंबेडकर के विचारों और संविधान की मूल आत्मा की रक्षा का संकल्प दोहराया।
नेताओं ने कहा कि अंबेडकर की विरासत की रक्षा का अर्थ है—संविधान, आरक्षण और समानता के अधिकारों की रक्षा करना, और फासीवादी ताकतों के खिलाफ जन आंदोलन को मजबूत करना।
सभा की शुरुआत शहीद कॉमरेड गुरदास चटर्जी को श्रद्धांजलि देने से हुई। उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल 1999 को विधायक अरूप चटर्जी की हत्या कोल व भू-माफिया और सत्ताधारी गठजोड़ की साजिश थी। कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में भाकपा माले जिला सचिव कालीचरण मेहता, राज्य कमेटी सदस्य सुषमा मेहता, जिला सदस्य अख्तर अंसारी, संजय चंद्रवंशी, वीरेन्द्र चौधरी, संतोष चौधरी, कुंदन मेहता, सुरेश चौधरी, मनु राम, महेश चौधरी, रामेश्वर राम, अजय मेहता, अमृत सिंह, उषा देवी, अनिता देवी, विमला देवी, अमित विश्वकर्मा, सूरज मेहता, विक्रम चौधरी, टीकू पासवान, अरविंद मेहता, सूर्या मेहता, मार्टिना पॉल, सारा पॉल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।