गढ़वा : दिव्यांगों ने खुलकर रखी समस्याएं, एसडीएम बोले— हरसंभव मदद की जाएगी
अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के साप्ताहिक कार्यक्रम "कॉफ़ी विद एसडीएम" में बुधवार को 71 दिव्यांगजन शामिल हुए और उन्होंने अपनी समस्याएं खुलकर रखीं। इस विशेष परिचर्चा में स्वास्थ्य, समाज कल्याण और सामाजिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने दिव्यांगजनों को कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
एसडीएम संजय कुमार ने दिव्यांगजनों से उनकी पारिवारिक, आर्थिक और रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर चर्चा की और प्रशासन से उनकी अपेक्षाओं को जाना। उन्होंने दिव्यांगों की कई समस्याओं का मौके पर ही समाधान करवा दिया, जबकि अन्य मामलों के शीघ्र निस्तारण का भरोसा दिलाया।
दिव्यांगजनों की मुख्य समस्याएं— ट्राई साइकिल, आवास, राशन कार्ड और स्वरोजगार
बैठक के दौरान दिव्यांगजनों ने ट्राई साइकिल, आवास, राशन कार्ड और स्वरोजगार सहायता से जुड़े मुद्दे उठाए—
चंदन ठाकुर (मूक-बधिर) ने सांकेतिक भाषा में आवास की आवश्यकता बताई।
नवाडीह के सत्येंद्र ने कहा कि उन्हें राशन कार्ड बनवाने में कठिनाई हो रही है।
सुनीता कुमारी और कैलाश कुमार ने ट्राई साइकिल की मांग रखी।
देवेंद्र कुमार मेहता (पोलियोग्रस्त) ने बताया कि उनका प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है।
एसडीएम ने सभी समस्याओं को नोट कर त्वरित समाधान का आश्वासन दिया और अपनी निगरानी में मामलों के निपटारे की बात कही।
समाज कल्याण, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे—
डॉ. संतोष मिश्रा और दिनेश उरांव ने दिव्यांग प्रमाणन, रेलवे रियायती टिकट और आईडी कार्ड प्रक्रिया की जानकारी दी।
प्रतिमा कुमारी (समाज कल्याण विभाग) ने व्हीलचेयर, हियरिंग एड आदि सहायता उपकरणों के बारे में बताया।
शुग लाल (सामाजिक सुरक्षा विभाग) ने पेंशन संबंधित समस्याओं का समाधान किया।
दिव्यांगजनों ने दिए कई अहम सुझाव
बैठक में दिव्यांगजनों ने प्रशासन को रचनात्मक सुझाव भी दिए—
देवेंद्र कुमार पांडे (सोनपुरवा) ने कहा कि स्थानीय व्यापारियों और संवेदकों को दिव्यांगों को रोजगार देने के लिए प्रेरित किया जाए।
कमलेश बिहारी और मंसूर अंसारी (दृष्टिबाधित) ने सुझाव दिया कि सरकारी सहायता से दिव्यांग-अनुकूल शौचालय उनके घरों में भी बनाए जाएं।
सम्मान स्वरूप अंग वस्त्र भेंट, दिव्यांगजनों ने जताया आभार
बैठक में पहुंचे सभी दिव्यांग भाई-बहनों को एसडीएम संजय कुमार ने सम्मान स्वरूप अंग वस्त्र भेंट किए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता कमजोरी नहीं है, बल्कि विशेष योग्यताएं होती हैं, जिन्हें पहचानकर आगे बढ़ना चाहिए।
"कॉफ़ी विद एसडीएम" बना यादगार पल
दिव्यांगजनों ने इस कार्यक्रम को यादगार अनुभव बताया। कुछ ने कहा कि परिवार में भी उन्हें वह अपनापन नहीं मिलता, जो आज यहां मिला। उन्होंने कहा कि एसडीएम ने उनकी समस्याओं को अभिभावक की तरह सुना और समाधान का भरोसा दिया।
राष्ट्रीय दिव्यांग हेल्पलाइन 14456 की जानकारी दी गई
कार्यक्रम के अंत में एसडीएम संजय कुमार ने दिव्यांग हेल्पलाइन नंबर 14456 की जानकारी दी और कहा कि किसी भी समस्या के लिए इस हेल्पलाइन का उपयोग करें।
दिव्यांगजनों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में लोकोमोटिव, दृष्टिबाधित, मूक-बधिर, न्यूरो और पिजन चेस्ट जैसी दिव्यांगता से प्रभावित कुल 71 महिला-पुरुषों ने भाग लिया।
"कॉफ़ी विद एसडीएम" कार्यक्रम न केवल संवाद का जरिया बना, बल्कि प्रशासन और दिव्यांगजनों के बीच विश्वास की एक नई पहल साबित हुआ।