गढ़वा :
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने आम बजट की जगह चुनावी बजट पेश करने की परंपरा शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि बजट में उन राज्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जहां चुनाव होने हैं, जबकि अन्य राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। झारखंड के साथ भी इसी तरह का रवैया अपनाया गया है।
धीरज दुबे ने कहा कि बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य सामग्रियों को करमुक्त करना चाहिए था, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स और सेस में भी कटौती की जानी चाहिए थी, ताकि आम जनता को राहत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार को विभिन्न स्तरों पर कर देना पड़ता है, जिसे एकीकृत किया जाना चाहिए था।
शेयर बाजार में बजट के बाद आई गिरावट का जिक्र करते हुए उन्होंने इसे बजट की गुणवत्ता पर सवाल उठाने वाला बताया। झामुमो प्रवक्ता ने इस बजट को झारखंड के विकास के लिए निराशाजनक करार दिया और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए।