गढ़वा :
क्षेत्र के अखबार हॉकर्स ने एसडीओ के समक्ष रखीं अपनी शिकायतें व समस्यायें, सुझाव भी दिए
अखबार बांटने वाले जमीनी कर्मयोगियों की जीवटता को सलाम : एसडीओ
'इंडियन न्यूजपेपर्स डे' के अवसर पर सभी अखबार कर्मियों के योगदान को किया गया रेखांकित
एक घंटे के नियमित साप्ताहिक कार्यक्रम "कॉफी विद एसडीएम" में इस सप्ताह की कड़ी में 'अखबार वितरण करने वाले' मेहनतकश और कर्मयोगी हॉकर्स को अनुमंडल कार्यालय में कॉफी पर आमंत्रित किया था। एसडीओ संजय कुमार के आमंत्रण पर आज क्षेत्र के 15 समाचार पत्र वितरक एसडीओ कार्यालय पहुंचे हुए थे।
प्रधानमंत्री आवास, जमीन विवाद व नागरिक सुविधाओं को लेकर रखी समस्यायें
इस एक घंटे के दौरान अखबार विक्रेताओं ने कई प्रकार की निजी समस्याएं और शिकायतें रखीं जिनमें सबसे ज्यादा समस्याएं गढ़वा अंचल को लेकर मिलीं। नामांतरण, लगान रसीद, ऑनलाइन अपडेशन आदि से जुड़े जो मामले आए उन सभी के बारे में एसडीओ ने मौके पर ही गढ़वा अंचल अधिकारी को निर्देशित करते हुए हॉकर्स द्वारा उठाई गई समस्याओं पर एक सप्ताह के अंदर नियमानुसार कार्रवाई आरंभ करने का निर्देश दिया। टंडवा निवासी दो सगे भाई विनोद गुप्ता और प्रमोद गुप्ता घर-घर अखबार बांट कर अपनी जीविकोपार्जन कर रहे हैं, विनोद गुप्ता ने एसडीओ को बताया कि वे अपने पिता के समय से ही किराए पर रह रहे हैं, उन लोगों का एक छोटा सा प्लॉट है जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल जाए तो उनका अपनाघर बन जाएगा।
पासवान टोला में पक्के रोड की मांग
नगवा मोहल्ला निवासी अखबार विक्रेता संजय रजक ने यहां के पासवान टोला में सड़क बनवाने की मांग की, उन्होंने बताया कि लगभग 100 लोगों की आबादी यहां रहती है फिर भी इस शहरी बस्ती में पीसीसी की बजाय अभी भी कच्चा रास्ता है। इस पर एसडीओ ने आश्वस्त किया कि उनकी मांग पर यथाशीघ्र कार्रवाई होगी।
इंडियन न्यूजपेपर्स डे की शुभकामनाएं दीं
संजय कुमार ने कहा कि "कॉफी विद एसडीएम" कार्यक्रम हर बुधवार को होता है किंतु 'इंडियन न्यूजपेपर्स डे' को समर्पित करते हुए इस कार्यक्रम को 28 जनवरी यानि मंगलवार को रखने तथा इस कार्यक्रम में न्यूज़पेपर व्यवसाय से जमीनी स्तर पर जुड़े इन कर्मयोगियों को बुलाने का निर्णय लिया गया था।
अखबार विक्रेता जमीनी कर्मयोगी हैं
उन्होंने कहा कि अखबार बांटने वाले साथी प्रतिदिन सूरज उगने से पहले लोगों के घर तक अखबार पहुंचाने में लग जाते हैं, और उनका यह सिलसिला सालों भर बिना रुके, बिना थके चलता रहता है। इसलिए वे सही मायने में कर्मयोगी हैं। उन्होंने कहा कि जिस निरंतरता और समयबद्धता के साथ बिना थके ये लोग अपना काम करते हैं उनकी यह जीवटता सलाम करने योग्य है।
घर-घर पहुंच, फीडबैक के लिए सटीक स्त्रोत
संजय कुमार ने सभी अखबार विक्रेताओं से कहा कि उन लोगों की गली-चौराहा तक ही नहीं बल्कि घर-घर तक पहुंच होती है, प्रतिदिन एक ही रूट और एक ही समय पर आने जाने के कारण उनका फीडबैक जमीनी सूचना का सबसे बड़ा स्रोत हो सकता है।
इस दौरान नवल तिवारी,सत्येंद्र दुबे, विकास महतो, श्रवण राम, विनोद गुप्ता, करण रजक, ओमप्रकाश महतो, संजय रजक, मनोज बैठा, धीरेंद्र मिश्रा अर्जुन मेहता सुनील राम आदि ने अपने विचार रखे। सभी अखबार विक्रेताओं ने कहा कि यह उनके जीवन का पहला अवसर है जब किसी अधिकारी ने उन्हें अपने यहां बुलाकर इस तरह समय और सम्मान दिया।