मेराल (गढ़वा) : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गढ़वा के आदेश पर 90 दिवसीय आउटरीच प्रोग्राम के तहत मेराल प्रखंड के ग्राम बहुरहा में दो असहाय बच्चों की सहायता की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इन बच्चों के माता-पिता दोनों का निधन हो चुका है, और इन्हें कोई सरकारी लाभ या सहायता अब तक नहीं मिली है। न तो उनका राशन कार्ड बना है और न ही उन्हें अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। इन बच्चों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने और स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ने की पहल की जा रही है ताकि उन्हें न्याय और सहायता प्राप्त हो सके।
इसके अलावा, एक असहाय विधवा अंजली कौर, जो उड़ीसा की रहने वाली है और 9 वर्षीय बच्चे के साथ लगभग एक माह से फुटपाथ, समाहरणालय परिसर और महिला आश्रय गृह में रह रही है, को भी न्याय दिलाने के प्रयास तेज किए गए हैं।
अंजली पिछले एक महीने से धुरकी थाना और गढ़वा के सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रही है, लेकिन अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हो पाई। मामले की जानकारी मिलने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की चार सदस्यीय टीम—कृष्णानंद दुबे, मुरली श्याम तिवारी, सुनीता पांडे और विकास गौतम—ने विधवा से संपर्क कर उसकी समस्या सुनी और आवेदन लिया। आवेदन को अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव को सौंपा गया है।
प्राधिकरण का प्रयास है कि इन असहायों को जल्द न्याय और सहायता प्रदान की जाए, जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सके।