कांडी : प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ में लोक आस्था के महापर्व छठ के विराट आयोजन को लेकर सतबहिनी विकास समिति के तत्वावधान में सफाई अभियान शुरू कर दिया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र ने कहा कि झरना घाटी में सेतु मार्ग से सटे उत्तर तरफ बहुत से अवांछित पेड़ एवं झाड़ियां उग आई हैं। जिनके चलते जल प्रवाह बाधित होने के कारण मिट्टी एवं बालू का ढेर भी जमा हो गया है। चूंकि झरना घाटी से सटे हुए बड़ा छठ घाट अवस्थित है। इसलिए छठ घाट से होकर नदी का जल प्रवाह निराहार छठ व्रतियों को उपलब्ध कराए जाने को लेकर घाटी की सफाई आवश्यक है। मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति की आमसभा में इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया था।
उन्होंने कहा कि महापर्व के पहले सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही सूर्य मंदिर के पीछे एवं बजरंगबली मंदिर के दक्षिण मेला मैदान में भी बरसात के कारण हो गए ऊंचे-नीचे गड्ढों को समतल कराया जाएगा।
ज्ञात हो कि सतबहिनी झरना तीर्थ में महाव्रत छठ का कई वर्षों से विराट आयोजन होने लगा है। इस सुंदर एवं रमणीक तथा सुविस्तृत स्थल पर स्थानीय 100 गांवों के साथ-साथ झारखंड के विभिन्न जिलों एवं देश के विभिन्न राज्यों के करीब 1 लाख निराहार छठ व्रती सतबहिनी आया करते हैं। छठ व्रतियों के परिजन एवं यहां होने वाले भगवान भास्कर के सबसे महान पर्व छठ की मनोहारी छटा को देखने के लिए बड़ी संख्या में आने वाले दर्शकों को मिलाकर करीब 3ः50 लाख लोग सतबहिनी झरना तीर्थ में जुट जाया करते हैं।
इस महाजूटान को लेकर तत्संबंधी सारी व्यवस्था समिति के द्वारा की जा रही है। जिसमें टेंट, लाइट, साउंड, पेयजल आदि प्रमुख हैं। इधर गेट नंबर 2 पर झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग के द्वारा साइनेज बोर्ड लगाया जा रहा है।