रमना : आचार संहिता लागू होने के बावजूद रमना क्षेत्र में अवैध बालू उत्खनन और बिक्री का कारोबार बेखौफ जारी है। प्रशासन की ओर से अवैध शराब कारोबारियों पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बालू माफियाओं का हौसला अब भी बुलंद है। अवैध बालू का कारोबार रात होते ही शुरू हो जाता है, जहां अवैध तरीके से बालू निकालकर ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। सवाल उठता है कि जो अवैध कार्य चुपके-चुपके हो रहे हैं, प्रशासन उन पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन खुलेआम हो रही बालू बिक्री पर क्यों चुप्पी साधी गई है?
रविवार रात करीब आठ बजे बाबुडीह-बुल्का मुख्य पथ पर तेज गति से एक बिना पंजीयन नंबर का बालू लदा ट्रैक्टर देखा गया, जिसे एक कम उम्र का लड़का चला रहा था।
ट्रैक्टर में कोई लाइसेंस या अनुज्ञप्ति नहीं थी। अवैध बालू परिवहन के क्रम में पिछले वर्ष रमना प्रखंड में एक युवा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, लेकिन इससे भी बालू माफियाओं को कोई फर्क नहीं पड़ा। गरीब परिवार के लड़के मामूली मजदूरी पर काम करते हैं और ज्यादा ट्रिप के लालच में तेज गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं।
अवैध बालू कारोबारी गरीबों की जान की परवाह किए बिना मुनाफा कमाने में जुटे हैं। बालू 4000-4500 रुपये प्रति ट्रैक्टर की दर से बेचा जा रहा है, जिससे न सिर्फ गरीब परिवार प्रभावित हो रहे हैं बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान हो रहा है।
इस संदर्भ में अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि फिलहाल बालू घाट चालू नहीं हुआ है और जांच के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।