कांडी : कांडी-थाना क्षेत्र के खरौंधा गांव के कोइरियाडीह टोला निवासी रीता देवी, पत्नी सत्येंद्र मेहता, की फूस की झोपड़ी में शुक्रवार की रात लगभग साढ़े दस बजे आग लगने से दो गर्भवती गाय और एक बछिया जलकर मर गईं। इस आग में पूरा झोपड़ी जलकर राख हो गया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
सबसे पहले गांव की महिला संपतिया देवी ने झोपड़ी में आग देखी और शोर मचाकर ग्रामीणों को जानकारी दी। जब तक लोग इकट्ठा होते, तब तक झोपड़ी और मवेशी पूरी तरह जल चुके थे। घटना के बाद पीड़िता रीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि हमेशा की तरह दोनों गाय और बछिया को झोपड़ी में खूंटे से बांधकर परिवार के साथ घर में सोने चली गई थीं। हल्ला सुनकर जब वह बाहर निकलीं, तो उन्होंने देखा कि झोपड़ी आग की लपटों में घिरी हुई थी।
जब वह पास पहुंचीं, तो तीनों मवेशी मृत पड़े थे। इनमें से एक गर्भवती गाय एक सप्ताह के भीतर बच्चा देने वाली थी।
ग्रामीणों का कहना है कि मवेशियों की झोपड़ी घर से अलग किनारे पर थी, इसलिए आग कैसे लगी, यह समझ से परे है। इस घटना में लगभग एक लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है। खरौंधा पंचायत के उप मुखिया रवि कुमार मेहता ने घटना स्थल का दौरा किया और बताया कि उन्होंने इस घटना की सूचना सीओ और पशु चिकित्सक को दे दी है। उन्होंने जले हुए मवेशियों का पोस्टमार्टम कराने और पीड़िता को उचित मुआवजा दिलाने की मांग प्रशासन से की है।