कांडी : प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ में लोक आस्था के महापर्व छठ के विराट आयोजन को लेकर बैठक की गई। इस बैठक में मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के बैनर तले इसके सभी कोटि के सदस्यों के साथ श्रद्धालु आम जनों ने भाग लिया। इस दौरान महाव्रत के आयोजन को लेकर रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष समाजसेवी सह राजद के प्रदेश महासचिव नरेश प्रसाद सिंह ने की।
इस दौरान समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र ने काफी संख्या में उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि समिति के द्वारा शुरू किए गए सतबहिनी झरना तीर्थ में महापर्व छठ का आयोजन दिनों दिन विराट स्वरूप धारण करता गया है।
अब झरना घाटी के पूरब एवं पश्चिम के साथ-साथ छठ घाट एवं झरना घाटी में भी व्रतियों की काफी बड़ी संख्या अपना सामुहिक अनुष्ठान करने लगी है। यहां तक कि सूर्य मंदिर के पश्चिम बजरंगबली मंदिर के दक्षिण के काफी लंबे चौड़े मैदान में भी तिल रखने की जगह नहीं बचती। वहीं बजरंगबली मंदिर के भूतल एवं प्रथम तल पर भी व्रतियों की काफी बड़ी संख्या महापर्व छठ किया करती है। कुल मिलाकर इन स्थलों पर केवल व्रतियों की संख्या एक लाख से ऊपर हो जाती है। निराहार व्रतियों के परिजनों के साथ दर्शकों की संख्या मिला दी जाए तो यह संख्या करीब साढ़े तीन लाख पहुंच जाती है। इस बड़ी संख्या को ध्यान में रखकर व्यवस्था को दुरुस्त करने पर बल दिया गया।
इस दौरान उपस्थित लोगों के बीच गहन मंथन किए जाने के बाद व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन कार्यालय चलाने पर सहमति बनी।
मुख्य कार्यालय सूर्य मंदिर के सामने प्लेटफार्म पर अवस्थित होगा। जबकि दूसरा कार्यालय शिव मंदिर के बरामदा में एवं तीसरा कार्यालय बजरंगबली मंदिर के दक्षिण प्रवचन मंच पर काम करेगा। इन कार्यालयों में सुचारू रूप से कार्यक्रम चलाए जाने को लेकर पांच-पांच व्यक्तियों को नामित किया गया।
इनमें सूर्य मंदिर के निकट प्रधान कार्यालय में प्रियरंजन सिन्हा, डॉ प्रमोद कुमार सिंह, अवधेश कुमार गुप्ता व जयशंकर प्रसाद गुप्ता, शिव मंदिर कार्यालय में दिलीप कुमार पांडेय, गोपी सिंह, राम ध्यान साह, मनोज पाठक व प्रिंस कुमार सिंह तथा प्रवचन मंच कार्यालय में आतिश कुमार सिंह, रमेश तिवारी, गोरखनाथ सिंह, विनोद कुमार सिंह, अखिलेश प्रसाद गुप्ता व अभिनंदन शर्मा का नाम शामिल है।
जबकि बाजार व्यवस्था के लिए यश कुमार पांडेय उर्फ लाला पांडेय अपने सहयोगियों के साथ मुस्तैद रहेंगे। वहीं झरना घाटी के पूरब एवं पश्चिम दोनों तरफ का प्याऊ निरंतर चलता रहे इसके लिए मोटर के द्वारा टंकी में सदैव पानी भरा रहना सुनिश्चित किए जाने की जिम्मेवारी दी गई। ताकि लोगों को पानी की कभी भी कठिनाई नहीं हो।
नवीन यज्ञशाला मैदान, झरना घाटी, छठ घाट एवं बजरंगबली के बड़े मैदान में निराहार व्रतियों के लिए टेंट व लाइट लगाए जाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सुंडीपुर के अनिल टेंट हाउस एवं खुटहेरिया के टेंट हाउस को बुक करने पर सहमति बनी। अनिल पाल ने अन्य व्यक्तियों के साथ जाकर स्थल की मापी लेकर पूरी व्यवस्था को समझ लिया उसके अनुसार वे टेंट लाइट एवं साउंड की व्यवस्था करेंगे।
पावर सप्लाई के लिए उनका डिजी काम करेगा।
मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के अध्यक्ष नरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यहां आने वाले तमाम व्रतियों एवं श्रद्धालु पर्यटकों को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। इसका सभी स्वयंसेवक एवं समिति के पदधारी ध्यान रखेंगे। इस पर सभी उपस्थित लोगों ने सहमति व्यक्त की। यहां इस महापर्व में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है। इसलिए शांति बनाए रखने को लेकर रात में किसी तरह का कोई कार्यक्रम नहीं कराए जाने पर सभी लोगों ने बल दिया। कहा कि समिति की यह शुरू से नीति रही है।