मझिआंव : गोलगप्पे में हार्पिक सहित अन्य पदार्थ जैसे जानलेवा केमिकल की मिलावट की खबर आने पर जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अंजना मिंज ने पुलिस दलबल के साथ मझिआंव पहुंचकर सैंपल कलेक्ट किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि एक गुपचुप (गोलगप्पे) बनाने वाले के द्वारा जानलेवा केमिकल मिलाने की सूचना पर जांच करने पहुंची हूं। जहां से गोलगप्पे, गोलगप्पे के साथ प्रयोग की जाने वाली पानी एवं गोलगप्पे का पानी बनाने वाले केमिकल का सैंपल कलेक्ट किया गया है। कहा कि कलेक्ट की हुई सैंपल को लैब में भेज कर जांच करवाई जाएगी। तभी पता चल पाएगा कि गोलगप्पे में उपयोग करने वाले केमिकल, या कुछ अन्य सामग्री है जो मनुष्य के शरीर के लिए कितना हानिकारक है।
उसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई किया जाएगा।
ज्ञात हो कि बकरी बाजार स्थित श्रीकांत तिवारी के घर में लगभग पिछले चार वर्षो से उत्तर प्रदेश झांसी के लोग रहकर गोलगप्पे का कारोबार कर रहे थे। इसी बीच उनके द्वारा पैर से आटा गूंथने का फोटो वायरल होने पर लोग उग्र हो गए। पुलिस को सूचना मिलते थाना प्रभारी आकाश कुमार ने पुलिस दलबल के साथ पहुंचकर उत्तर प्रदेश झांसी जिला के सेसा गांव निवासी अरविंद यादव एवं जालौन जिला के नूरपुर गांव निवासी सतीश कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर अपने साथ पूछताछ के लिए थाना ले गई थी। पूछताछ के पश्चात दोनों गिरफ्तार लोगों को बॉन्ड भरवाने के बाद देर रात छोड़ दिया गया। उसके बाद गोलगप्पे का कारोबार करने वाले सभी लोग रात्रि में ही अपनी बोरिया बिस्तर बांध चंपत हो गए।
इस दौरान फूड कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कुमार एवं एसआई चंदन प्रधान दलबल के साथ मौजूद थे।