भवनाथपुर : आदिम जनजाति बहुल कैलान के झुरही टोला में पिछले एक सप्ताह के भीतर एक ही परिवार के चार लोगों की डायरिया से हुई मौत के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार मिश्रा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। उनके साथ आई जांच टीम ने टोला के 10 लोगों का पाखाना और गला-नाक से संक्रमण की जांच के सैंपल लिए।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि दो मरीजों के पाखाने के सैंपल कोलकाता भेजे गए हैं, जबकि गला और नाक के सैंपल रांची के रिम्स अस्पताल में जांच के लिए भेजे जाएंगे, ताकि संक्रमण का सही कारण पता चल सके। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मौतें डायरिया से हुई हैं या किसी अन्य संक्रमण के कारण।
झुरही टोला निवासी रामजन्म कोरवा, जग्गु कोरवा के 8 वर्षीय पुत्र दिनेश कुमार, अशोक कोरवा की पत्नी समुद्री देवी और उनका 5 वर्षीय पुत्र रौशन कुमार की मौत हो गई। वहीं, मंगलवार को सीएचसी भवनाथपुर में पांच और लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जिनमें झुरही टोला के अशोक कोरवा और उनका पुत्र शक्ति कुमार, तारा देवी पति लखन कोरवा, और घाघरा निवासी चंद्रावती देवी पति सुदर्शन कोरवा तथा संगीता देवी पति राजु कोरवा शामिल हैं।
घाघरा से पहुंचे मरीजों ने बताया कि उनका झुरही टोला में रिश्तेदारी है, जिस कारण वहां उनका आना-जाना लगा रहता है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है।
बीमारी बढ़ने की स्थिति में मरीजों को सीएचसी भवनाथपुर लाकर इलाज किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश कुमार से डायरिया की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
जांच टीम में डेटा मैनेजर सुनील कुमार, अनुप कुमार, सीएचओ अंकित त्रिवेदी सहित अन्य कर्मी शामिल थे।