गढ़वा : झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के गढ़वा प्रखंड स्थित कल्याणपुर आवास पर ईडी की छापेमारी की अफवाह ने दिनभर जिले में चर्चा का बाजार गर्म रखा। इस अफवाह की पुष्टि के लिए लोग दिनभर मंत्री आवास के आसपास भटकते नजर आए।
इंटरनेट मीडिया पर इस छापेमारी को लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार पोस्ट किए जा रहे थे, जिससे लोगों में भ्रम और असमंजस की स्थिति बनी रही। इस बीच, मंत्री आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों द्वारा मीडिया कर्मियों को तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने से रोकने पर अफवाह और तेज हो गई।
बाद में यह स्पष्ट हुआ कि मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर गढ़वा स्थित अपने आवास पर मौजूद नहीं थे, बल्कि कैबिनेट बैठक के सिलसिले में रांची गए हुए थे।
मंत्री के भाई विनय ठाकुर ने ईडी की छापेमारी की खबर को पूरी तरह से झूठा करार देते हुए कहा कि मंत्री आवास पर किसी भी तरह की कोई छापेमारी नहीं हुई है, जिससे इस अफवाह पर विराम लगा।
सुबह से ही ईडी की छापेमारी की खबर फैलने के बाद मीडिया कर्मियों की भीड़ मंत्री आवास पर जुटने लगी थी। लोग जानना चाहते थे कि कहीं गढ़वा में ईडी की टीम ने छापा तो नहीं मारा है। आवास के बाहर खड़ी सफेद गाड़ियों को भी लोग ईडी का वाहन बताने लगे थे, जबकि बाद में स्पष्ट हुआ कि ये वाहन मंत्री के स्वजनों के थे।
ईडी की छापेमारी की अफवाह के बीच, मंत्री आवास में झामुमो महिला मोर्चा की बैठक जारी रही और मंत्री के भाई विनय ठाकुर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में व्यस्त रहे।
इस दौरान आवास के कर्मियों से बार-बार छापेमारी की पूछताछ करने पर वे चिड़चिड़ाते हुए लोगों को फटकारने लगे। अंततः मंत्री आवास पर किसी भी प्रकार की ईडी कार्रवाई नहीं होने की पुष्टि के बाद लोगों की अफवाहों पर विराम लगा।