विशेष समुदाय का वोट के लिए सनातनियों का हो रहा है अपमान
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गढ़वा : भाजपा के पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने शनिवार रात विजयादशमी के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन को रोके जाने की घटना के बाद गढ़वा के लखना गांव में जाकर प्रशासन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर मां दुर्गा के अपमान का बदला लिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल के दौरान झारखंड में विशेष रूप से सनातनी और हिंदू समाज की भावनाओं का लगातार अपमान किया जा रहा है। गढ़वा के मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के बाद से सनातनी समाज पर लगातार कुठाराघात हो रहे हैं।
तिवारी ने आरोप लगाया कि गढ़वा में तालिबानी व्यवस्था लागू करने की कोशिश की जा रही है, जहां प्रशासनिक अधिकारी एक विशेष समुदाय के दबाव में काम कर रहे हैं।
तिवारी ने यह भी कहा कि जिस रास्ते से मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाई जा रही थी, वह सरकारी धन से बनी पक्की सड़क है, जो सभी धर्मों और समुदायों के लिए खुली है। इसके बावजूद, एक विशेष समुदाय द्वारा प्रतिमा को 8 से 10 घंटे तक रोके रखना और प्रशासनिक अधिकारियों का इस पर चुप्पी साध लेना निंदनीय है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता की निंदा की और इसे "पंगु प्रशासन" करार दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मंत्री एक खास समुदाय को खुश करने के लिए प्रशासनिक तंत्र को अपने नियंत्रण में रख रहे हैं और यह तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है।
श्री तिवारी ने कहा कि सनातनी समाज को कमजोर समझना मंत्री की भूल है और क्षेत्र की जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने यह भी कहा कि झारखंड सरकार सिर्फ हिंदू पर्व-त्योहारों के दौरान सख्त नियम-कानून लागू कर रही है, जिससे हिंदू समाज को अपमानित किया जा रहा है। दुर्गा पूजा में डीजे पर प्रतिबंध लगाकर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है, जबकि ऐसे नियम सभी धर्मों पर समान रूप से लागू होने चाहिए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाले समय में गढ़वा की जनता मां दुर्गा के अपमान का बदला जरूर लेगी और इस सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।