गढ़वा : स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में वीरगाथा कार्यक्रम का द्वितीय चरण बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ। कक्षा 3 से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद मदन केसरी एवं उपप्राचार्य बसंत ठाकुर ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर एवं वीर शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन करते हुए की।
निदेशक मदन केसरी ने अपने संबोधन में कहा कि वीरगाथा कार्यक्रम भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी और वीरता की कहानियों का संग्रह है। यह कार्यक्रम न केवल वीर अतीत का जश्न मनाता है, बल्कि आने वाली पीढ़ी में देशभक्ति और समाजिक जागरूकता के बीज भी बोता है।
वीरगाथा परियोजना देश के सैनिकों और उनके बलिदानों को समर्पित है, जिसमें विद्यार्थियों, अभिभावकों और आमजन को इन वीरों की गाथाओं से अवगत कराया जाता है।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कविता गायन के माध्यम से वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कक्षा 9 और 10 के बच्चों ने "भारत मां के वीर जवानों, तुमको मैं सत्कार करूं" जैसी कविताएं प्रस्तुत कीं, जबकि कक्षा 11 और 12 के विद्यार्थियों ने वीर रस की कविताएं सुनाकर वीरों के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट कीं। कक्षा 12 के गणेश कुमार राम ने "स्वतंत्रता पुकारती" कविता प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में पेंटिंग, निबंध, कविता वाचन के माध्यम से झारखंड के अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा, चंद्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई, शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और सावित्री बाई फुले जैसे महान नायकों की जीवनी और उनके बलिदानों का वर्णन किया गया।
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं आर्या कुमारी, अंशु पटवा, रिबिका कुमारी, गणेश कुमार राम, आदित्य प्रकाश, सुहानी कुमारी, सौम्या दुबे, आयुष कश्यप, कृष्ण केसरी, संध्या केसरी, रूपांजलि कुमारी, श्रेया कुमारी, माही प्रताप शाही, रीति शर्मा, शिवांगी पाल, भास्कर तिवारी, मोहित कुमार को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संतोष प्रसाद, वीरेंद्र शाह, मुकेश भारती, सरिता दुबे, रिजवाना शाहीन, सुनीता कुमारी, शिवानी कुमारी, नीलम केशरी, सीमा श्रीवास्तव आदि की अहम भूमिका रही। शिक्षक कृष्ण कुमार को इस कार्यक्रम का संयोजक बनाया गया, जबकि मंच संचालन खुर्शीद आलम द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन नीरा शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।