महानवमी को कन्या पूजन की बेला में ही लूट ली गई एक कन्या की इज्जत
गढ़वा : एक तरफ नौ दिनों से चल रही मातृशक्ति की विशेष पूजा अर्चना के दौरान महानवमी को कन्या पूजन के विशिष्ट विधान के क्रम में बालिकाओं की पूजा कर उन्हें भोजन कराया जा रहा था दूसरी तरफ एक बालिका की अस्मत लूटी जा रही थी। एक तरफ मां का जयकारा गुंज रहा था। वहीं दूसरी ओर एक बालिका की चीखें गुंज रही थीं। यह मामला कांडी थाना क्षेत्र का ही है। जहां एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है।
घटना शुक्रवार सुबह आठ बजे की बताई जा रही है। पीड़िता की मां के अनुसार नाबालिग पुत्री अपने घर से कुछ ही दूर बकरी बांधने गई थी। तभी गांव के ही निवासी एक व्यक्ति के द्वारा गांव के बगल में ही घटना का अंजाम दिया गया।
साथ ही बताया गया कि लड़की का मुंह बांध दिया गया था और जान मारने के नीयत से घर में भी खींचा जा रहा था। तभी ग्रामीणों को जानकारी हुई। लोग दुष्कर्मी की चंगुल से लड़की को छुड़ाने लगे तो वह व्यक्ति धक्का मुक्की करते हुए भाग निकला। जिसके बाद शोर हुआ और यह मामला आग की तरह फैल गया। वहीं दुष्कर्म के बाद ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल पर खून का धब्बा देखा गया। वहीं लड़की भी खून से लथपथ थी।
घटना की सूचना के बाद कांडी थाना के एसआई रौशन कुमार दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने खून से लथपथ नाबालिग बच्ची और उसकी मां व अन्य परिजनों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर चली गई।
इधर पूछे जाने पर नाबालिग पीड़िता ने बताया कि गांव के ही संतोष ने दुष्कर्म किया है।
आरोपी संतोष कुमार रवि उम्र लगभग 35 बर्ष घटना के बाद से फरार है। आरोपी का घर पीड़िता के घर से महज 200 मीटर की दूरी पर है। आरोपी तीन बच्चों का पिता है। वहीं कांडी थाना प्रभारी व पुलिस घटना की छानबीन करने में जुट गई है। इस संबंध में पूछे जाने पर कांडी थाना प्रभारी गुलशन कुमार गौतम ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन व मातृशक्ति के रूप में देवी स्वरूपा महिला के पूजन की प्रथा सबसे अधिक भारत में प्रचलित है। दूसरी तरफ वास्तविकता के धरातल की यह खुरदरी सच्चाई है कि सबसे अधिक बलात्कार व महिला उत्पीड़न की घटनाएं भी सबसे अधिक भारत में ही होती हैं।