कोरवाडीह में श्री भागवत कथा तो डटमा में निकली भव्य कलश यात्रा
गढ़वा : नवयुवक दुर्गा पूजा समिति, कोरवाडीह के तत्वाधान में नवरात्रि के अवसर पर विगत छह दिनों से श्री भागवत कथा का कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें वृंदावनवासी एवं श्री भागवत कथावाचक महात्मा कन्हैया बृजवासी जी ने सामाजिक जीवन जीने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु पर श्रोताओं को समझाया और कहा लोभ-लालच, क्रोध, ईर्ष्या को त्याग करते हुए और प्रेमपूर्वक एक दूसरे को सहयोग करते हुए सामान्य जीवन जीने की जरूरत है। समाज की हर समस्या को प्रेम से निपटारा किया जा सकता है।
उधर डटमा गांव में नवरात्रि की सप्तमी के दिन भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु भक्तजनों ने कलश स्थापना कर बेहतर जीवन जीने का संकल्प किया।
साथ ही किसी भी स्थिति में शिक्षा ग्रहण करने का भी प्रण लिया।
दोनों कार्यक्रमों में पहुंचे महर्षि वेदव्यास परिषद, झारखंड के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सह युवा समाजसेवी डॉ कुलदेव चौधरी ने बताया की अध्यात्म और विज्ञान दोनों जरूरी है। एक तरफ मन की शांति के लिए पूजा-पाठ, प्रार्थना जरूरी है तो भौतिक सुविधा के लिए गाड़ी, बंगला, हवाई-रेल यात्रा, पुल-पुलिया आदि भी बहुत जरूरी है जो विज्ञान से जुड़ा हुआ है। अर्थात शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होने के लिए और एक सामान्य जीवन जीने के लिए अध्यात्म और विज्ञान दोनों से जुड़ना आवश्यक है और यह तभी संभव हो सकता है जब कोई भी व्यक्ति शिक्षा ग्रहण करेगा। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो अध्यात्म और विज्ञान की ओर अग्रसर ज्ञान प्राप्त करने की प्रेरणा देती है।
मौके पर नवयुवक दुर्गा पूजा समिति, कोरवाडीह के अध्यक्ष सिधु चौधरी, उपाध्यक्ष जकेन्द्र चौधरी, सचिव अशोक चौधरी, कोषाध्यक्ष अजय चौधरी कार्यकारिणी सदस्य विजय चौधरी, विश्वनाथ चौधरी, सुमेर चौधरी, संतोष चौधरी, महेन्द्र चौधरी, सत्यनारायण सिंह, चंचल कुमार भारती आदि तथा नव दुर्गा पूजा समिति, डटमा के अध्यक्ष राजकुमार चौधरी, सचिव राजेंद्र चौधरी, कोषाध्यक्ष महेन्द्र चौधरी, पंचायत समिति सदस्य पुष्पा देवी, कार्यकारिणी सदस्य सिकंदर चौधरी, राजनाथ चौधरी, शंभूनाथ चौधरी, उपेंद्र चौधरी, सुनीता देवी, सरिता देवी अजय चौधरी, प्रभुनाथ चौधरी, रमेश चौधरी, विजय चौधरी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित थे। चौधरी गारमेंट्स के प्रोपराइटर उपेन्द्र चौधरी ने समस्त कलशधारियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया।