गढ़वा : विश्व की पांच बड़ी सुरक्षा कम्पनियों में से एक एसआईएस लिमिटेड के गढ़वा स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में जीटीओ अधिकारी सेवा के 39वें बैच के प्रशिक्षण की शुरूआत की गई। जिसकी शुरूआत एसआईएस कम्पनी समूह के संस्थापक एवं ग्रुप चेयरमैन तथा पूर्व राज्यसभा सांसद रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने किया।
मौके पर रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने बताया कि कैसे उन्होने 1971 की लड़ाई के बाद भूतपूर्व सैनिकों के रोज़गार की व्यवस्था करने की सोची और कुछ भूतपूर्व सैनिकों को लेकर 1974 में कंपनी की शुरूआत की। कुछ वर्षों में ही वे यह समझ चुके थे कि आने वाले समय में प्राइवेट सुरक्षा की जरूरत और मांग केवल भूतपूर्व सैनिकों द्वारा ही पूरी नहीं की जा सकती है।
उसके लिए ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मिय़ों की जरूरत होगी। इसी उद्देश्य को पूरा करने लिए आज से 41 वर्षों पूर्व 22 सितंबर 1983 को गढ़वा में पहला प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना हुई। 40 वर्षों में लगभग 10 लाख युवाओं को यहां प्रशिक्षित किया जा चुका है। ज्ञात हो कि एसआईएस लिमिटेड प्रतिवर्ष पूरे देश में स्नातक युवाओं के लिए अधिकारी सेवा के लिए प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करती है। इस परीक्षा में प्रतिवर्ष 50 हजार से भी अधिक युवा भाग लेते हैं। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है, पहला चरण लिखित परीक्षा, दूसरा चरण शारीरिक और व्यक्तित्व क्षमता और अंत में कंपनी के टॉप मैनेजमेंट द्वारा फाइनल साक्षातकार। इस वर्ष इन तीनों चरणों को सफलतापूर्वक पार करके 66 स्नातक युवा एसआईएस के जीटीओ अधिकारी बने।
मौके पर प्रेसिडेंट आरपी सिंह, झारखंड के रीजनल हेड एएस धामी, वाइस प्रेसिडेंट अमिय शंकर, प्रबंधक आर्यन भारद्वाज, गढ़वा प्रशिक्षण केन्द्र के ग्रुप कमाडेंट रमेश जसवाल, कमांडेंट सुनील प्रसाद आदि उपस्थित थे।